आज के इस आर्टिकल में आपके साथ लौकी का जूस बनाने की रेसिपी शेयर की गई है।
यह जूस बीमारियों से हमारे शरीर की सुरक्षा करता है साथ ही शरीर को ऊर्जा देता है। लौकी का जूस बनाते समय बहुत सी बातो को ध्यान में रखा जाता है।
लौकी का जूस बनाने में लौकी की सब्जी बनाने से भी कम समय लगता है इसे बनाने के लिए ताजी लौकी, पुदीने के पत्ते, हरी धनिया आदि चाहिए होता है।
लौकी में पानी की मात्रा पर्याप्त होने के साथ फाइबर भी होता है जो वजन कम करने में, पित्त कंट्रोल करने में और बी पी की समस्या से झुटकारा दिलाता है।
तो चलिए लौकी के जूस को बनाने की विधि के साथ जानते है इसे कब और कैसे पीना चाहिए।
लौकी का जूस बनाने के लिए आवश्यक सामग्री
- लौकी : 1 कप कटी हुई
- पुदीना के पत्ते : 8
- काली मिर्च : 4
- जीरा पाउडर : 1/3 चम्मच
- नमक : स्वादानुसार
- नींबू का रस : 2 चम्मच
- बर्फ के टुकड़े : 4 से 5
- पानी : 1/2 गिलास
लौकी का जूस बनाने की विधि
जूस बनाने के लिए सबसे पहले लौकी के ऊपर का छिलका आलू छिलने की छिल्ली से निकाल दे।
लौकी को छिलने के बाद बीच से दो हिस्सों में काट ले और चेक कर ले उसके अंदर बीज है लौकी को काटने के बाद साफ पानी में एक बार धो ले।
धोने के बाद बीज पके है या कच्चे, यदि बीज कच्चे है तो उन्हें निकालने की जरूर नहीं है और यदि बीज पके है तो उन्हें निकाल दे।
लौकी के दो हिस्से करने के बाद और बीज चेक करने के बाद उसे छोटे छोटे टुकड़ो में काट ले और साफ पानी से धो ले।
लौकी को धोने के बाद मिक्सर जार में लौकी के टुकड़े, पुदीना के पत्ते, काली मिर्च पाउडर, जीरा पाउडर डालकर 1 गिलास पानी डाले।
सारी सामग्री डालने के बाद मिक्सर को चालू करे और लौकी को जूस होने तक पीस ले।
जब लौकी पूरी तरह से पीस जाए तो मिक्सर ग्राइंडर को बंद कर दे और जूस को एक गिलास में निकाल ले, जूस में नींबू और बर्फ के टुकड़े डाले चम्मच से मिक्स करे और लौकी के जूस को सर्व करे।
लौकी का जूस कब और कितना पीना चाहिए
लौकी का जूस सेहत के लिए काफी फायदेमंद होता है इसमें फाइबर, एंटीऑक्सीडेंट, विटामिन ए, विटामिन सी, कैल्शियम और मैगनीशिया के आलावा पोटेशियम, जिंक, आयरन जैसे पोषक तत्व भरपूर मात्रा में होते है।
पोषक तत्व भरपूर मात्रा में होने के कारण इसे सुबह खाली पेट पीना सेहत के लिए बहुत ही बढ़िया होता है, यदि आप रोज खाली पेट पी रहे है और वजन अधिक है तो कुछ ही समय में आपका वजन कम हो जाएगा क्योकि इसमें जो पोषक तत्व होते है वह आपके शरीर को ऊर्जा देते है जिससे आपको कम भूख लगती है और डायबिटीज, लीवर की समस्याओ में फायदेमंद होता है।
लौकी का जूस पीने से पाचन क्रिया भी ठीक होती है यदि आपका एक निश्चित मात्रा में नहीं पी रहे तो यह आपके शरीर पर बुरा प्रभाव भी डाल सकती है।
प्रत्येक फायदेमंद चीज को एक निश्चित मात्रा में ही पीना या खाना चाहिए उसी तरह से लौकी के जूस को भी एक निश्चित मात्रा में ही पीना चाहिए।
एक दिन में सुबह के समय खाली पेट केवल गिलास जूस का सेवन करना चाहिए, इसमें उपस्तिथ पोषक तत्व आपके शरीर को किसी भी तरह की कमजोरी का अहसास नहीं होने देंगे और आपको कम भूख भी लगेगी।
लौकी का जूस बनाते समय ध्यान देने योग्य बाते
लौकी का जूस बनाते समय याद रहे लौकी को छिलने के पहले धो ले, काटने के बाद नहीं धोना है यदि आप लौकी को काटने के बाद धो रहे है तो जिस पानी से आपने लौकी को धोया है उसमे लौकी पोषक तत्व चले जाते है।
यदि आप लौकी को काटने के बाद धो रहे है तो जूस बनाते समय उसी पानी का इस्तेमाल करे जिस पानी में आपने लौकी को धोया है।
लौकी का जूस बनाते समय किसी और सब्जी का इस्तेमाल न करे, क्योकि वह आपके शरीर पर बुरा प्रभाव भी डाल सकते है।
जूस बनाते समय लौकी को थोड़ा सा काट कर चख ले कही उसका स्वाद कड़वा तो नहीं है, यदि कड़वी है तो उसका जूस न बनाये।
लौकी के जूस को छानना नहीं है नहीं उसमे उपस्तिथ पोषक तत्व की मात्रा कम हो जायेगी।
जूस जब भी आपको पीना हो उसे तुरंत ही बनाये पहले से बना कर न रखे।
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उम्मीद है आपको लौकी का जूस बनाने की रेसिपी पसंद आई होगी।
यदि आप डायबिटीज के मरीज है, लिवर की समस्या या आपका वजन बढ़ रहा है जिसे आप कम करना चाहते है तो आप लौकी के जूस को सुबह खाली पेट पी कर अपनी इन समस्याओ को ठीक कर सकते है।
जूस बनाने की रेसिपी पसंद आई हो तो अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करे।