रेफ्रिजरेटर क्या है यह कैसे काम करता है।

आज इस आर्टिकल में आप रेफ्रीजरेटर से संबंधित जानकारी पढ़ेंगे और जानेगे रेफ्रिजरेटर कैसे काम करता है।

इस आर्टिकल के पहले हम वाशिंग मशीन की जानकारी शेयर कर चुके है उसे भी जरूर पढ़े।

यदि आप पहली बार रेफ्रीजरेटर खरीद रहे है तो आपको पता होना चाहिए की यह क्या है और कैसे काम करता है।

फ्रिज मतलब रेफ्रीजिरेटर एक ऐसा घरेलू उपकरण है जो हर घर की आवश्यकता बन गया है, फ्रिज का इस्तेमाल अब घर के आलाव रेस्टोरेंट, होटल, जनरल स्टोर जैसी सभी जगह किया जाता है खाने पीने की सभी सामग्री को इसी में सुरक्षित रखा जाता है।

बच्चो और बड़ो के साथ सबको पसंद आने वाली आइक्रीम को ठंडा रखने का काम भी रेफ्रीजरेटर ही करता है अब आपको लग रहा होगा रेफ्रीजरेटर आखिर काम कैसे करता होगा, तो आपको ज्यादा सोचने की जरूरत नहीं है आप इस आर्टिकल में रेफ्रीजरेटर की समस्त जानकारी से परिचित हो जायेगे।

तो चलिए रेफ्रीजरेटर की जानकारी को पढ़ना शुरू करते है।

रेफ्रीजरेटर क्या है

रेफ्रीजरेटर एक इलेक्ट्रॉनिक उपकरण है जिसका उपयोग हम खाद्य को लम्बे समय तक सुरक्षित रखने में करते है, इसके अलावा इसका उपयोग हम पानी को ठंडा करने में और बर्फ जमाने में करते है।

रेफ्रीजिरेटर में एक थर्मल इंसुलेटेड कम्पार्टमेंट और हीट पंप होता है जो फ्रिज की अंदर की गर्मी को एक्सटर्नल एनवायरनमेंट में ट्रांसफर कर देता है, ताकि फ्रिज के अंदर का तापमान कमरे के तापमान से कम हो जाए, अब लगभग सभी जगह इसका उपयोग खाद्य सामग्री को सुरक्षित रखने में किया जाता है।

अब आप सोच रहे होंगे इसमें खाने को ख़राब होने से कैसे बचाया जाता है, रेफ्रीजरेटर के अंदर का माहोल ठंडा होने के कारण फ्रिज बैक्टीरिया की प्रजनन दर कम कर देता है, क्योकि फ्रिज के अंदर का तापमान कम होता है और प्रजनन करने के लिए बैक्टीरिया को तापमान की जरूरत होती है, और जब ऐसे में खाद्य पदार्थ को सड़ाने वाले कीटाणु फ्रिज में पनप नहीं पाते और खाना खराब नहीं होता है और इसका इस्तेमाल हम लम्बे समय तक कर सकते है।

रेफ्रीजरेटर के दो भाग होते है फ्रिज और फ्रीजर, फ्रिज का तापमान फ्रीजिंग पॉइंट से थोड़ा ऊपर मेंटेन करके रखा जाता है जिसमे खाने को सुरक्षित रखने के लिए इसके अंदर के तापमान को 3 से 4 डिग्री रखा जाता है।

जिस मशीन का तापमान फ्रीजिंग पॉइंट से थोड़ा कम रहता है उसे फ्रीजर कहते है। रेफ्रीजिरेटर में एक और मशीन का इस्तेमाल होता है जो बर्फ जमाने का काम करती है उसे आइस बॉक्स कहते है।

रेफ्रीजरेटर कैसे काम करता है

रेफ्रीजरेटर का मुख्य कार्य है गर्म हवा को ठंडी हवा में परिवर्तित करके हटाना, अर्थात रेफ्रीजिरेटर में तापमान को कम करके उसे एक स्थिर तापमान पर नियंत्रित करना होता है जिसके लिए रेफ्रीजरेटर में रेफ्रिजरेशन साइकिल का इस्तेमाल किया जाता है।

रेफ्रीजरेटर में दो से तीन अलग अलग भाग होते है जिसमे सबसे ऊपर वाला बर्फ जमाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है, बीच वाले तरल पेय पदार्थ जैसे पानी, कोल्ड्रींग, दूध आदि।

रेफ्रीजरेटर का जो तीसरा भाग जो सबसे नीचे होता है उसका इस्तेमाल हरी सब्जियों को ताजा रखने के लिए किया जाता है।

वैसी तो सभी घरो में सामान्य रेफ्रीजरेटर का उपयोग किया जाता है लेकिन कई स्थानों पर जगह कम होने के कारण दूसरे रेफ्रीजरेटर का इस्तेमाल किया जाता है।

रेफ्रीजरेटर में प्रयोग की जाने वाली गैस निम्न हिमांक की होती है फ्रिज में सभी कंपोनेंट्स लगाने के बाद गैस को चार्ज कर दिया जाता है जब फ्रिज बंद होता है तो गैस सिस्टम से यानि रेफ्रीजिरेटर सेक्सन से गैस लो प्रेशर से जाती है कम्प्रेशर के डिस्चार्ज में गैस का प्रेशर और तापमान बड़ जाता है यही गर्म गैस कंडेनसर में आंशिक रूप से ठंडी होती जाती है और लिक्विड रूप में बदल जाती है।

यह लिक्विड एक्सपैंशन बल्व में एक्सपैंड होती है जिससे रेफ्रीजरेटर का तापमान में गिरावट आ जाती है साथ ही एक्सपैंशन बल्व में रेफ्रीजरेटर आंशिक रूप से पुनः गैस रूप में बदल जाती है और यही ठंडी गैस Evaporator में प्रवेश करती है Evaporator में हीट में चेंज होती है और फ्रिज ठंडा हो जाता है, यह vapor गई कम्प्रेशन के सेक्सन में वापस चली जाती है।

रेफ्रीजरेटर के पार्ट्स

रेफ्रीजरेटर बहुत सारे महत्पूर्ण पार्ट्स से मिल कर बना होता है जिनके बारे में आप विस्तार से जानेगे।

Expansion Valve :- Expansion Valve को फ्लो कंट्रोलर डिवाइस के नाम से भी जाना जाता है, वास्तव में यह एक छोटी डिवाइस होती है जिसका काम रेफ्रीजरेटर के तापमान को कम करना होता है।

यह Expansion Valve लिक्विट रेफ्रीजिरेटर के evaporator तक के फ्लो को नियंत्रित करने का काम करता है। लिक्विट रेफ्रीजरेटर को हम कूलैंट के नाम से भी जानते है

Expansion Valve में रेफ्रीजरेटर का तापमान कम करने के लिए एक छोटा सा छेद होता है जिसमे से रेफ्रिजरेट गुजरता है तो प्रतिरोध के कारण तापमान कम हो जाता है और कम तापमान और कम दबाव पर ही रेफ्रिजरेट किया जाता है।

Evaporator :- Evaporator रेफ्रीजरेटर का यह भाग है जो फ्रिज के अंदर की सामग्री को ठंडा करता है इसके अंदर finned tubes होते है Evaporator मेटल्स के बने हुए होते है। इसका थर्मल कंडक्टिवित्य बहुत गर्म होता है, ताकि वह गर्मी को आगे बढ़ा सके। ये कोइल से निकलने वाली गर्मी को पंखे के द्वारा ब्लो करके अवशोषित कर लेता है और इसी तरह Evaporator फ्रिज में रखी सामग्री का तापमान अपने अंदर अवशोषित कर लेता है गर्मी के कारण तरल रेफ्रिजरेटर भाप में बंद देता है।

Compressor : – कंप्रेसर एक ऐसी डिवाइस है जो रेफ्रीजिरेटर को कंप्रेस करता है, कंप्रेसर में एक मोटर लगी होती है जो रेफ्रिजरट को evaporator से खींचता है और cylinder के अंदर गर्म प्रेशर गैस बनाने के लिए कंप्रेसर करके डालता है।

Condenser :- कंडेंसर तार की बनी एक जाली जैसा होता है जो फ्रिज के पीछे लगा होता है कंडेंसर कोइल की तरह बने tubes होते है इसमें बाहर की तरफ fin बनी हुई होती है जो gaseous refrigerant के हीट को अवशोषित करके वातावरण में फैला देता है जिससे gaseous refrigerant को लिक्विट में बदलने में मदद मिलती है।

जब रेफ्रीजिरेट की गर्मी को हटा दिया जाता है तब इसका तापमान कम हो जाता है और कंडेंसशन टेम्प्रेचर तक पहुंच जाता है और फिर यह भाप में बदल जाता है।

Drier :- Drier रेफ्रिजेशन का बहुत ही महत्वपूर्ण हिस्सा होता है यह रेफ्रीजिरेट को फ़िल्टर करता है और उस में से नमी को दूर करता है। यह रिसीवर और Evaporator के बीच में लगाया जाता है Drier में रेफ्रिजरेट को फ़िल्टर करने के लिए फ़िल्टर लगाए जाता है इसमें से जब रेफ्रिजरेट गुजरता है तो कचरा अलग हो जाता है और यह रेफ्रिजरेट हो जाता है सिलिका जेल और सिलिका रेफ्रिजरेट में से नमी को सोख लेता है।

रेफ्रीजरेटर का उपयोग

रेफ्रीजिरेटर का सबसे ज्यादा उपयोग किचन की खाद्य सामग्री को खराब होने से बचाने के लिए किया जाता है।

आज के समय में इसका उपयोग इतना बड़ गया है की इसका उपयोग खाद्य पदार्थ का प्रिजर्वेशन, बर्फ जमाने, मेडिसिन स्टोर करने में, मिल्क प्रिजर्वेशन, हरी सब्जी, मीट और फ्रिज को लम्बे समय तक ताजा बनाये रखने में किया जाता है।

जिस कूलिंग कम्पाउंट में सब्जी, फल, दूध और मेडिसिन को स्टोर किया जाता है उस कम्पाउंट का तापमान +4℃ से +8℃ तक मेंटेन रहता है इसके अलावा मीट, आइसक्रीम आदि को स्टोर किया जाता है उसे फ्रीजर कहते है उसका तापमान -4℃ से -20 तक मेंटेन रहता है।

लेबोरेटरी में कम्प्यूटर का उपयोग रासायनिक अभिक्रियाओं के लिए किया जाता है कुछ केमिकल ऐसे होते है जो तापमान पर निर्भर करते है और प्रतिक्रिया करते है इसलिए इन केमिकल को शरीर के तापमान पर रख उन्हें आपस में प्रतिक्रिया करने से बचाया जाता है।

रेफ्रीजिरेटर के लाभ

  • फ्रिज के अंदर खाद्य सामग्री को लम्बे समय तक ताजा रखा जा सकता है।
  • फ्रिज के अंदर का तापमान ठंडा होने के कारण खाद्य को कीड़ो मकोड़ो से भी बचाया जा सकता है।
  • फ्रिज से हमें ठंडा पानी मिलता है जिसकी जरूरत गर्मी के समय में बहुत अधिक होती है।
  • दूध को बिना उबाले फ्रिज में रखने से लम्बे समय तक स्टोर किया जा सकता है।
  • हरी सब्जी, मटन और चिकन को बाजार से खरीद कर एक सप्ताह तक फ्रिज में स्टोर किया जा सकता है।
  • घर में ठंडी ठंडी कोल्ड्रिंग और आइसक्रीम का आनंद लिया जा सकता है।
  • कुछ दवाइया ऐसी होती है जिन्हे ठंडे माहौल की जरूरत होती उन्हें फ्रिज में रखा जा सकता है।

रेफ्रीजिरेटर से हानि

  • फ्रिज के अंदर रखी सामग्री अधिक दिन की हो जाती है जो हमारी सेहत की लिए हानि कारक होती है।
  • फ्रिज का पानी पीने से सेहत पर बुरा असर पड़ता है।
  • रेफ्रीजिरेटर लगातार 24*7 बिजली से लगातार जोड़कर रखना पड़ता है जिससे इसमें काफी बिजली खर्च होती है इससे हमें अधिक पैसे देने पड़ते है।
  • ठंड का असर फ्रीजर से धीमी गति से होता है।

यह भी जाने –

उम्मीद है आपको रेफ्रीजिरेटर की जानकारी पसंद आई होगी।

रेफ्रीजरेटर एक ऐसा घरेलू उपकरण है जिसकी याद तभी आती है जब हमें ठंडे पानी, कोल्ड्रींग की जरूरत होती है इसी तरह यह हमारे बहुत काम आता है।

इस आर्टिकल में आपने जाना फ्रिज क्या है, यह कैसे काम करता है इसके पार्ट्स और उसके उपयोग साथ ही आपने इससे होने वाले लाभ और हानि भी जाने।

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