इस पेज पर आप दालों के नाम हिंदी और अंग्रेजी में पढ़ेंगे और सीखेंगे।
हमारी किचन में इनती सारी सामग्री होती है जिनमे से हमे कुछ के ही नाम अंग्रेजी और हिंदी में पता होते है कुछ हिंदी में पता होते है।
जिन खाद्य या सामग्री को हम रोज घर में इस्तेमाल करते है कम से कम उनका नाम तो हमें हिंदी और अंग्रेजी दोनों में पता होना चाहिए।
इस पोस्ट के माध्यम से आप बच्चो को भी कुछ दालों के नाम हिंदी और अंग्रेजी में सिखाने के साथ उनकी फोटो दिखा कर उन्हें परिचित करा सकते है।
हम इस पोस्ट में आपको दालों के नाम के साथ उनकी पहचान और उनमे पाए जाने वाले पोषक तत्व के बारे में बतायेगे तो चलिए दालों के नाम और पहचान करना शुरू करते है।
तो चलिए दालों की समस्त जानकारी को पढ़ना शुरू करते है।
दालों के नाम हिंदी और अंग्रेजी में
दालों के नाम हिंदी में | दालों के नाम अंग्रेजी में | अंग्रेजी में उच्चारण |
---|---|---|
मूंग हरी दाल | Green Gram Split | ग्रीन ग्राम स्प्लिट |
मूंग पिली दाल | Moong yellow Dal/Skinned Dal | मूंग येलो दाल/ स्कन्नेड दाल |
मोठ दाल/साबुत मूंग | Green Gram | ग्रीन ग्राम /व्होले बीन्स |
सोयाबीन | Soyabean | सोयाबीन |
सेम | Lima Beans/Vaal Dal | लिमा बीन्स/वाल दाल |
कुल्थी दाल | Horse Gram | हॉर्स ग्राम |
काली मसूर | Lentil | लेंटिल |
मसूर की दाल | Red Lentil | रेड लेंटिल |
काला चना | Black chickpeas | ब्लैक चिकपीस स्प्लिट |
चना दाल | Chickpeas Split | चीखपाद स्प्लिट |
छोला/काबुली चना | Chickpeas Split | चिकपीस स्प्लिट |
साबुत उड़द | Black Gram | ब्लैक ग्राम |
अरहर की दाल/तुअर दाल | Red Gram/Pigeon pea | रेड ग्राम/ पिजन पी |
उड़द की धुली दाल | Urad Dal White Lentil/Urad Dal Skinned | उरद दाल वाइट लेंटिल/ उरद दाल स्कन्नेड |
उड़द की दाल/काली दाल | Black Gram Split | ब्लैक ग्राम स्प्लिट |
मटर दाल | Matar Dal | मटर दाल |
लोबिया/सफ़ेद राजमा | Black-Eyed Pea/Black eyed Beans | ब्लैक ग्राम स्प्लिट/ ब्लैक आइड बीन्स |
राजमा | Kidney Beans, Beans | किडनी बीस, बीन्स |
हरी मटर | Green Peas | ग्रीन पीज |
सूखी मटर/सफ़ेद मटर | Dry Peas/White Peas | ड्राई पीज/ वाइट पीज |
ये तो हो गए दालों के नाम हिंदी और अंग्रेजी में, अब मैं आपको दाल की पहचान और दाल में पाए जाने वाले पोषक तत्व से कराती हूँ।
दाल में पाए जाने वाले पोषक तत्व
- मूंग हरी दाल – Green Gram Split
मूंग हरी दाल को अंग्रेजी में Green Gram Split कहते है। मूंग दाल फाइबर और प्रोटीन का अच्छा स्रोत है इसीलिए डॉक्टर तबियत खराब होने पर मूंग दाल खाने की सलाह देते है।
मूंग की दाल में कार्बोहाइड्रेड, वसा, आयरन, कैल्शियम और विटामिन भरपूर मात्रा में पाए जाते है।
इसमें पाए जाने वाले पोषक तत्व के कारण हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है शुगर को कंट्रोल करता है।
2. मूंग की धुली हुई दाल – Skinned Dal
मूंग पिली दाल को अंग्रेजी में Skinned Dal कहते है। बिना छिलके वाली मूंग की दाल को पिली दाल कहा जाता है बीमार व्यक्ति द्वारा छिलके वाली दाल से पिली दाल को पचाना आसान होता है।
बिना छिलके वाली मूंग की दाल में आयरन, फाइबर, प्रोटीन और विटामिन बी कॉम्पकलेस अधिक मात्रा में पाए जाते है इसके अलावा इसमें विटामिन, कैल्शियम और पोटेशियम भी पाया जाता है।
3. मोठ दाल/साबुत मूंग – Green Gram
मोठ दाल/साबुत मूंग को अंग्रेजी में Green Gram कहते है। साबूत मूंग दाल अंकुरित खाने पर हमारे शरीर को बहुत सेहतमंद होती है क्योकि मूंग दाल को अंकुरित करने पर इसमें कार्बोहाइड्रेड आयरन, विटामिन, कैल्शियम, प्रोटीन डबल हो जाते है।
4. सोयाबीन – Soyabean
सोयाबीन को अंग्रेजी में Soyabean कहते है। सोयाबीन को प्रोटीन का सबसे अच्छा स्रोत माना जाता है इसलिए जिम जाने वाले लोग सोयाबीन को रोज किसी न किसी तरह के व्यंजन के रूप जरूर खाते है।
प्रोटीन के अलावा इसमें मिनलर, विटामिन, खनिज तत्व, विटामिन बी कॉम्प्लेक्स, विटामिन ई और एमिनो एसिड पाया जाता है ये सारे पोषक तत्व मिल कर हमारे शरीर की वृद्धि करने के साथ मजबूत बनाते है।
5. सेम – Lima Beans
सेम को अंग्रेजी में Lima Beans/Vaal Dal कहते है। सेम की दाल का सेवन करने से बहुत अच्छे फायदे होते है सबसे पहला तो ये की यह रक्त को साफ करती है जिससे अनेक बीमारिया दूर होती है साथ हमारी त्वचा भी साफ रहती है।
सेम में मुख्य रूप से थायमिन, पैथोथेनिक एसिड और विटामिन बी 6 पाया जाता है।
6. कुलथी दाल – Horse Gram
कुल्थी दाल को अंग्रेजी में Horse Gram कहते है। कुथली दाल को सुपर फ़ूड के नाम से भी जाना जाता है क्योकि इसमें आयरन, कैलोरी, विटामिन, जैसे थियामिन,राइबोफ्लेविक और नियासिन जैसे पोषक तत्व पाए जाते है।
इसके अलावा इसमें कार्बोहाइड्रेड, प्रोटीन, फाइबर अधिक मात्रा में पाए जाते है।
7. काली मसूर – Lentil
काली मसूर की दाल को अंग्रेजी में Lentil कहते है। काली मसूर की दाल में कैल्शियम, आयरन, पोटेशियम और विटामिन सी भरपूर मात्रा में पाए जाते है।
मसूर की दाल शरीर के लिए बहुत ही सेहतमंद होती है इसके सेवन से हमारे शरीर में फेट जमा नहीं होता है शुगर कंट्रोल रहती है इसके अलावा सेहत को सुरक्षित रखती है।
मसूर की दाल के सेवन से हड्डिया मजबूत होती है क्योकि इसमें मैग्नीशियम कैल्सियम और फास्फोरस भी अधिक मात्रा में होता है।
8. मसूर की दाल – Red Lentil
मसूर की दाल को अंग्रेजी में Red Lentil कहते है। मसूर बिना छिलके वाली दाल में कोलेस्ट्रॉल शून्य मात्रा में होता है इसीलिए इसके सेवन करने से हमारा वजन नहीं बढ़ता है।
कोलेस्ट्रॉल के साथ-साथ इसमें कैलोरी, वसा, फाइबर, कार्बोहाइड्रेड, सोडियम, पोटेशियम, मैग्नीशियम और 1.8 ग्राम चीनी होती है।
9. काला चना – Black chickpeas
काले चने को अंग्रेजी में Black chickpeas कहते है। भारत में मुख्य रूप से गेहूँ और चने की खेती की जाती है काले चने को देशी चने के नाम से भी जाना जाता है।
काले चने को रोज सुबह खाली पेट खाने से अनेक फायदे होते है जैसे एनीमिया से बचाव होता है, पाचन क्रिया ठीक तरह से कार्य करती है एक्ने ठीक हो जाते है शुगर लेवल कंट्रोल होता है इसे खाने से ज्यादा समय तक भूख नहीं लगती है आदि।
काले चने में फोलेट, आयरन, फास्फोरस, कॉपर, मैगनीज, फाइबर और प्रोटीन अधिक मात्रा में पाए जाते है।
10. चना दाल – Chickpeas Split
चना दाल को अंग्रेजी में Chickpeas Split कहते है। चने की दाल डायबिटीज के मरीज को बहुत लाभकारी होती है इसके सेवन से शुगर लेवल कम होता है।
चने की दाल में मुख्य रूप से जिंक, कैल्शियम, प्रोटीन और फोलेट अधिक मात्रा में होता है जो हमारे शरीर के लिए सेहतमंद होता है।
11. छोला/काबुली चना – Chickpeas Split
छोले चने या काबुली चने को अंग्रेजी में Chickpeas Split कहते है। काबुली चने में विटामिन ए, विटामिन सी, विटामिन बी 6, प्रोटीन, फाइबर, मैग्नीशियम सेलेनियम और आयरन पाया जाता है।
काबुली चने का नियमित सेवन करने से भूख पर कंट्रोल किया जा सकता है रोग प्रति रोधक क्षमता को बढ़ाया जा सकता है खनिज लवणों की कमी को पूरा किया जा सकता है। इसका सेवन आप सालाद के साथ कर सकते है।
12. साबुत उड़द – Black Gram
साबुत उड़द दाल को अंग्रेजी में Black Gram कहते है। काली उड़द की दाल में प्रोटीन, आयरन, कार्बोहाइड्रेड के अलावा पोटेशियम, फाइबर, कैलोरी और सोडियम भरपूर मात्रा में पाया जाता है।
काली उड़द दाल को अंकुरित करके खाने से शारीरिक शक्ति बढ़ती है, वजन बढ़ता है मूत्र सबंधित समस्याओ से निजात मिलता है शुक्राणु को बढ़ाया जा सकता है इसके सेवन से सांस की परेशानी होने पर लाभ मिलता है।
13. अरहर की दाल/तुअर दाल – Yellow arhar kentil
अरहर की दाल या तुअर दाल को अंग्रेजी में Red Gram/Pigeon pea कहते है। अरहर की दाल में फोलिक एसिड और आयरन भरपूर मात्रा में होता है इसके अलावा इसमें कार्बोहाइड्रेड और कैल्शियम भी होते है।
गर्भवती महिला को डॉक्टर द्वारा इसे खाने के सलाह दी जाती हैं क्योकि अरहर की दाल में कैल्सियम और आयरन बच्चे के शरीर के विकास में सहायक होते है।
14. उड़द की धुली दाल – White Lentil
उड़द की धुली दाल को अंग्रेजी में Urad Dal White Lentil/Urad Dal Skinned कहते है। उड़द की धुली दाल में वही पोषक तत्व पाए जाते है जो साबुत दाल में पाए जाते है इसके छिलके हटा देने से खनिज तत्व की मात्रा कम जाती है।
15. उड़द की दाल/काली दाल – Black Gram Split
उड़द की दाल या काली दाल को अंग्रेजी में Black Gram Split कहते है। छिलके वाली काली दाल में भरपूर मात्रा में मैग्नीशियम, खनिज तत्व, कैल्शियम, पोटैशियम, मैगनीज और कोलेस्ट्रॉल पाया जाता है।
16. मटर दाल – Matar Dal
मटर की दाल को अंग्रेजी में Matar Dal कहते है।मटर की दाल में पाए जाने वाले पोषक तत्व हमारे शरीर को अनेक बीमारियों से बचाता है।
मटर और मटर की दाल में मुख्य रूप से मैगनीज, कॉपर, जिंक, आयरन के अलावा एंटी ऑक्सीडेंट पाया जाता है जो हमारे शरीर की रोग प्रति रोधक क्षमता बढ़ाने में मदद करता है।
17. लोबिया/सफ़ेद राजमा – Black-Eyed Pea
लोबिया या सफेद राजमा को अंग्रेजी में Black-Eyed Pea/Black eyed Beans कहते है।राजमा को दाल के रूप में खाया जाता है इसमें एंटी ऑक्सीडेंट गुण और आयरन, जिंक, कार्बोहाइड्रेड, प्रोटीन और विटामिन बी 9 पाया जाता है।
18. राजमा – Kidney Beans,
राजमा को अंग्रेजी में Kidney Beans, Beans कहते है। लाल राजमा दिखने में किडनी के जैसा होता है इसे भी दाल और सब्जी के रूप में सेवन किया जाता है जिस तरह से सफेद राजमा में आयरन, प्रोटीन, विटामिन, फास्फोरस, मैग्नीशियम, कार्बोहाइड्रेड और एंटी ऑक्सीडेंट गुण पाए जाते है।( राजमा दाल की खेती कैसे करे)
19. हरे मटर की दाल – Green dried peas
हरी मटर को अंग्रेजी में Green dried peas कहते है। हरे मटर में एंटी ऑक्सीडेंट पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है इसे खाने से हमारे शरीर में रोग प्रति रोधक क्षमता बढ़ती है जिससे हमारा शरीर कई सारी बीमारियों से दूर रहता है।
Also Read :
- फलो के नाम हिंदी और अंग्रेजी में
- फूलो के नाम हिंदी और अंग्रेजी में
- किचन के बर्तनों के नाम हिंदी और इंग्लिश में
- किचन की आवश्यक सामग्री के नाम हिंदी और अंग्रेजी में
- दिनों के नाम हिंदी और अंग्रेजी में
यह थे दालों के नाम हिंदी और अंग्रेजी में आशा है आपको कुछ नई दालों के नाम पड़ने को मिले होंगे।
आशा है आपको हमारी यह पोस्ट पसंद आई होगी।
जानकारी पसंद आई हो तो अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करे।