यदि आप उड़द दाल पापड़ कैसे बनाये जाते है सर्च कर रहे है तो आप बिल्कुल सही जगह आये है इस पोस्ट में उड़द दाल के पापड़ बनाने की रेसिपी शेयर की गई है।
वैसे कई दालो से पापड़ बनाये जाते है लेकिन उड़द दाल के पापड़ सबसे ज्यादा पसंद किये जाते है उड़द की दाल के पापड़ को आप होटल रेस्टोरेंट कही भी खा सकते है।
उड़द दाल के पापड़ बनाने में जितनी मेहनत लगती है उतना ही ज्यादा इसका स्वाद अच्छा लगता है पापड़ को सबसे ज्यादा दाल चावल के साथ खाने में पसंद किया जाता है।
यदि आप यहां दी गई रेसिपी से पापड़ बनायेगे, तो बिल्कुल बाजार जैसे पापड़ बन कर तैयार होंगे, तो चलिए बिना किसी देर के उड़द दाल के पापड़ की रेसिपी के बारे में समझाती हूँ।
उड़द दाल के पापड़ बनाने के लिए आवश्यक सामग्री
- उड़द दाल का आटा : 250 ग्राम
- तेल : 2 टी स्पून
- मलाई : दो चम्मच
- पापड़ खार : 10 ग्राम
- सोडा : 1/4 टी स्पून
- हींग : 1 चुटकी
- नमक : स्वाद के अनुसार
- जीरा : 1 टी स्पून
- काली मिर्च : 1/3 टी स्पून
- पानी : जरूरत के अनुसार
- तेल : पापड़ तलने के लिए
इस पोस्ट में मैंने केवल 250 ग्राम दाल से पापड़ बनाने की विधि शेयर की है, यदि आप ज्यादा समाग्री से पापड़ बनाना चाहते है तो सामग्री के मात्रा को बड़ा दे।
उड़द दाल के पापड़ बनाने के विधि
उड़द दाल के पापड़ बनाने के लिए सबसे पहले आप धुली हुई दाल ले, दाल में काले छिलके नहीं होने चाहिए नहीं तो पापड़ भी काले दिखेंगे।
यदि आप बाजार से दाल खरीद कर पापड़ बना रहे है तो सबसे पहले आप दाल को 6 घंटे तक पानी में भिगो कर रखे, 6 घंटे बाद दाल को साधारण पानी से तीन बार अच्छे से धो ले।
दाल को तीन बार अच्छे से धोने के बाद पानी से निकाल कर एक छेद वाले बर्तन में रख ले, जब सारा पानी छट जाए तो दाल को एक कपड़े पर फैला कर दो दिन तक तेज धुप में सूखा ले।
दो दिन बाद दाल को समेट ले, अब दाल में दो चम्मच दूध की मलाई डाल कर सारी दाल में अच्छे से मिक्स कर ले, मलाई मिक्स करने के बाद दाल को 15 से 20 मिनट के लिए धुप में रखा रहने दे।
20 मिनट बाद आप दाल को चक्की से बारीक़ पीसवा ले, जब दाल पीस जाए तो दाल के आटे को ठंडा होने रख दे।
जब आटा ठंडा हो जाए तो एक परात ले अब परात में आटा छानने की छन्नी रखे, छन्नी में से दाल के आटे को छान ले।
अब एक कटोरी ले कटोरी में इतना पानी डाले जितने में दाल का कड़ा आटा गूथ जाए, यदि आपको अंदाजा न हो तो आप थोड़ा कम पानी ले, अब कटोरी के पानी में उतना नमक डाले जितना आपको दाल के पापड़ में चाहिए है अब इस पानी में 10 ग्राम पापड़खार और एक चुटकी हींग घोल ले।
अब परात के आटे में कुटी हुई काली मिर्च और दरदरा पीसा हुआ जीरा डाले, और मिक्स कर दे, अब इसमें दो चम्मच तेल डाले और दोनों हाथो से पूरे आटे में अच्छे से मिक्स कर दे।
जब तेल आटे में अच्छे से मिक्स हो जाए तो कटोरी में रखे पानी को थोड़ा डाले और आटे में मिक्स करे, अब थोड़ा और पानी डाले ओर मिक्स करे, इसी तरह से थोड़ा-थोड़ा पानी डालते जाए और अब पूरे के आटे से भी ज्यादा कड़क आटा गूथ ले।
यदि कटोरी का पानी कम पड़ जाए तो आप अलग से पानी ले ले, और उससे आटा गूथने में स्तमाल कर ले।
दाल के आटे को गूथने में थोड़ी मेहनत लगती है इसलिए इसे हाथो से जोर लगा कर गूथे, जब आटा गूथ जाए तो एक बेलन ले, बेलन में ओर तेल लगाए।
बेलन में तेल लगाने के बाद गूथे हुए आटे को परात में रख कर बेलन से कूट ले, आटे को 5 मिनट तक अच्छे से कूट ले, बेलन से कूटने पर आटा थोड़ा नरम हो जाएगा। ( यदि आपके घर में पत्थर का सिलबट्टा हो तो सिल पर तेल लगा ले और बट्टे के जिस और कूटना हो उस और भी थोड़ा सा तेल लगा ले और अब गूथे हुए आटे को कूट ले, ऐसा करने से गूथा हुआ आटा जल्दी नरम हो जाएगा बहुत अच्छे पापड़ बनेगे )
जब आटा कूट जाए तो उसे लम्बा कर ले, अब इस आटे से नींबू से छोटे पेड़े बना ले, जब सारे पेड़े बन जाए तो सभी पेड़ो को एक पॉलीथिन में रख ले।
अब एक पेड़े को हाथ में ले कर गोल कर ले, जब पेड़ा गोल हो जाए तो पेड़े में थोड़ा सा तेल लगाए और चकले पर रख कर बेलन से बेल ले, जब पापड़ थोड़ा बिल जाए तो उसमे दाल का सूखा आटा लगा कर किनारे से बेलते हुए रोटी जितना बेल ले।
दाल के पापड़ बेलने में थोड़ी मेहनत लगती है इसलिए आपको हाथो से जोर लगा कर बेलना है इसी तरह से आपको सारे पापड़ बेल लेने है, और एक सूती या आपके पास जैसे भी कपड़ा हो उस पर फैलाते जाना है।
जब सारे पापड़ बिल जाए तो उन्हें समेट ले और छत या आँगन जहां भी आपके घर में धुप आती हो वहा ले जाए, एक कपड़े को आँगन या छत में फैला ले, अब फैलाये हुए कपड़े पर पापड़ को एक-एक करके फैला दे।
जब सारे पापड़ फ़ैल जाए तो उन्हें 10 मिनट बाद पलट दे, अब पापड़ो को थोड़ी धुप लगने दे, जब पापड़ सूखने लगेंगे तो वह मुड़ने लगते है और कटोरे जैसे होने लगते है इसलिए याद रहे जब आप पापड़ सुखायेगे तो उन्हें छोड़ कर दूसरा काम न करे नहीं तो पापड़ खराब हो जायेगे फिर आप पापड़ को अच्छे से जमा कर एक ही बर्तन में नहीं रख पाएंगे।
जब पापड़ मुड़ने लगे तो उन्हें फिर से पलट दे, अब आप सारे पापड़ पास-पास कर ले और एक दूसरा कपड़ा ले कर पापड़ के ऊपर डाल दे, और पापड़ो को कम से कम 1 घंटे तक धूप में सूखने दे।
1 घंटे बाद आप पापड़ो के ऊपर ढके कपड़े को हटा दे और आप देख सकते है आपके पापड़ सुख गए होंगे अब आप पापड़ो को धुप से हटा दे और 5 मिनट ठंडा होने रख दे।
5 मिनट बाद आप पापड़ को जमा कर हवा बंद डिब्बे में रख सकते है, जब आपका मन पापड़ खाने का हो तो डिब्बे से निकाले और कढ़ाई को गैस पर रख कर कढ़ाई में तेल डाले और तेल गर्म होने पर पापड़ को तेल में फ्राई कर ले पापड़ दो सेकेण्ड में ही फ्राई हो जाता है यदि आप इसे ज्यादा देर तेल में रखेंगे तो पापड़ जल जाएगा और खाने में अच्छे भी नहीं लगेगा।
आप पापड़ को स्टोर करके कभी भी फ्राई करके खा सकते है यह दो साल तक खराब नहीं होते है लेकिन पापड़ को हर 6 महीने में धुप दिखाना जरूरी होता है।
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उड़द दाल के पापड़ बनाने के लिए आवश्यक सुझाव
यहां मैंने आपको मलाई से दाल को मोइन करने के लिए इसलिए कहा है क्योकि ऐसा करने से आपके पापड़ सफेद रहेगा और दिखने में अच्छे लगेंगे, यदि आपके पास मलाई न हो तो आप तीन चम्मच छाछ ( मठा ) से भी दाल को मोईन दे सकते है।
यदि आपको काली मिर्च पसंद नहीं है तो आप न डाले।
यदि आप धूली हुई दाल को बाजार से खरीद रहे है तो पापड़ बनाने के लिए दाल में 6 घंटे के लिए पानी में जरूर भिगोये, बहुत ही बढ़िया पापड़ बनेगे।
यदि आपको पानी में घोलने से नमक का अंदाजा नहीं बन रहा है तो आप नमक को स्वाद के अनुसार सूखे आटे में भी मिक्स कर ले और बाद में गूथे।
उड़द दाल के पापड़ बनाने के लिए आटा कड़ा ही गूथे तभी पापड़ अच्छे से बेलते बनेगे, और पतले भी बिलेगे।
गूथे हुए आटे से पेड़े बना कर पेड़ो को पॉलीथिन या किसी हवा बंद डिब्बे में रख ले, नहीं तो आटा सूखने लगेगा जिससे पापड़ बेलने में कठनाई होगी।
जब सारे पापड़ बिल जाए तभी उन्हें धुप में फैलाये।
पापड़ो को 1 घंटे तक ही धुप में सुखाये यदि आपके पापड़ ज्यादा देर तक धुप में रहेंगे तो यह चटकने लगेंगे और जब आप पापड़ को स्टोर करने के लिए डिब्बे में रखेंगे तो रखते समय टूटेंगे