इस आर्टिकल में आप नमक से सम्बंधित लगभग सभी जानकारी को पढ़कर समझेंगे।
पिछले पेज पर हम प्याज की जानकारी शेयर कर चुके है उसे जरूर पढ़े।
चलिए जानते है नमक क्या है इसका सूत्र, प्रकार, लाभ हानि।
नमक क्या है
नमक सोडियम कैल्शियम का बना एक यौगिक है और इसके बिना खाने के कल्पना भी नहीं की जा सकती है।
नमक तीन प्रकार का होता है जिसमे रसोई में सबसे ज्यादा सफेद नमक का इस्तेमाल किया जाता है जो दिखने में छोटे घनाकार का और क्रिस्ट के रूप में होता है।
नमक का उत्पादन समुद्र के खारे जल से किया जाता है नमक बनाने के लिए समुद्र के किनार जमीन पर छोटी-छोटी क्यारी बना दी जाती है जिसमे लहरों से आने वाला पानी भर जाता है कुछ दिन बाद पानी सुख जाता और खनिज लवण आदि नीचे सफेद परत के रूप में जम जाते है।
जमी हुई सफेद परत को इकठा करके कचरे को साफ किया जाता है और फिर नमक को बोर में भर लिया जाता है।
नमक कम या ज्यादा मात्रा में सेवन करने से हमारे शरीर पर बहुत प्रभाव पड़ता है इसलिए इसे जरूरत के हिसाब से उचित मात्रा में खाना चाहिए
नमक का सूत्र
नमक का सूत्र है NaCl है जिसका रासायनिक नाम सोडियम क्लोराइड है।
द्रवणांक | 804 डिग्री सें | आपेक्षिक घनत्व | 2.16 |
अपवर्तनांक | 10.542 | कठोरता | 2.5 |
कवाथानक | 1,413 °C | जल में विलेयता | 359 g/L |
अमोनिया में विलेयता | 21.5 g/L | Molar mass | 58.44 g /mol |
मेथेनाल में विलेयता | 14.9 g/L | उष्मीय छमता | 36.79 J/(K – mol ) |
नमक का PH मान
शुद्ध नमक रंगहीन होता है लेकिन इसमें लोहमय अपद्रव्यों के कारण इसका रंग लाल या पीला हो सकता है ऊपर दी गई तालिका के अनुसार द्रवणांक 804 डिग्री, अपवर्तनांक 10.542, कठोरता 2.5 और उष्मीय छमता 36.79 J/(K-mol) है।
नमक के लाभ
नमक खाने के निम्न लिखित लाभ है
गले की खरास
मौसम बदलने के कारण शरीर जल्दी प्रभावित होता है जिसे सर्दी जुखाम हो जाता है जिससे गले में संक्रमण हो जाता है और खरास हो जाती है।
गले में खरास होने पर पानी में नमक डाल कर उबालने से गले की खरास ठीक होती है और जो बैक्टीरिया गले में खरास पैदा करते है नमक उन्हें भी खत्म कर देता है।
पैरो का दर्द
ज्यादा चलने से या अधिक देर तक खड़े रहने से पैर दर्द करने लगते है हल्की सूजन आ जाती है ऐसे में एक बर्तन में पानी को गुनगुना से थोड़ा ज्यादा गर्म करना है और उस पानी को टब में डाल कर पानी में नमक भी घोल ले और पैरो को टब के अंदर डाल कर गर्म पानी और नमक से सिकाई करे।
गर्म पानी और नमक की सिकाई से पैरो का दर्द ठीक हो जाएगा और सूजन भी खत्म हो जायेगी।
आँखों की सूजन कम करने में
अधिक देर तक जागने से या किसी काम को करने से आँखों में दर्द होने लगता है पलके फूल जाती है जिससे आँखे भारी भारी लगती है, ऐसे में गुनगुने पानी में नमक मिला कर आँखों को धोना चाहिए ऐसा करने से पलकों का फुला हुआ हिस्सा सही हो जाएगा और आँखों का दर्द भी कम हो जाएगा।
जमी हुई कफ निकालने में
मौसम बदलने के कारण हमारे शरीर उस मौसम के अनुसार ढलने के लिए अपने अंदर परिवर्तन करता है जिसके कारण सर्दी खासी होना एक आम बात है जब सर्दी खासी होती है तो गले में कफ भी जमने लगती है जिससे हमें बोलने में दिक्कत होती है।
गले की कफ निकालने के लिए एक कप पानी थोड़ा सा गुड़, काली मिर्च, सोंठ और नमक डाल कर आधा पानी बचने तक उबाल ले और ठंडा होने पर उस पानी को पि ले ऐसा करने से गले की खरास ठीक हो जायेगी।
दांतो की सफाई करने में
यदि दांत पीले है, मसूड़ों से खून निकलता है, दांत धीरे धीरे काले होने लगे है ऐसे आप नमक का उपयोग करके दांतो से जुडी बहुत सारी समस्याओ से छुटकारा पा सकते है।
नमक को दांतो पर रगड़ने से पीलापन दूर हो जाता है और दांत चमकदार दिखने लगते है नमक दांतो पर पाए जाने वाले बैक्टीरिया को खत्म कर देता है।
मुँह के काले दांग और मुँहासे ठीक करने में
मुँहासे होना एक आम बात हो गई जब मुँहासे होते है तो वह कुछ दिन में काले पड़ जाते है जिससे चेहरा भदरंगा दिखने लगता है।
मुँहासे और मुँहासे से बने काले दांगो को हटाने के लिए नमक को बहुत ही उपयोगी माना जाता है नमक को किसी भी तेल में मिला कर स्क्रब करने से चेहरे की काली मृतक त्वचा निकल जाती है।
नमक को शहद के साथ मिला कर स्क्रब करने से चेहरे पर हुए मुँहासे ठीक हो जाते है और कुछ दिन में चेहरा चमकदार हो जाता है।
टोनर के रूप में
किसी किसी के चेहरे की त्वचा से तेल जैसा चिपचिपा पदार्थ निकलता है जिसके कारण कोई भी क्रीम पाउडर लगाने से भी कुछ देर में क्रीम पाउडर भी वैसे ही दिखने लगते है।
नमक को पानी के साथ मिला कर चेहरे पर लगाने से या स्प्रे करने से चेहरे की त्वचा एक दम ताज़ी हो जाती है इसीलिए नमक का उपयोग केवल खाने में ही नहीं बल्कि चेहरे की सुंदरता बढ़ाने में भी किया जाता है, यह टोनर के रूप में काम करता है।
अधिक मात्रा में नमक का सेवन करने से शरीर पर पड़ने वाले प्रभाव
हाई बी पी – यदि आप एक निश्चित मात्रा से अधिक नमक खा रहे है तो आपके शरीर में रक्त के बहाव की गति तेज हो जाती है जिसके कारण आप जब भी कोई कार्य करते है तो थोड़ी ही देर में थक जाते है जल्दी थकने का सबसे बड़ा कारण रक्त का तेज बहाव होता है इसे हाई ब्लड प्रेशर कहा जाता है।
गुर्दे में पथरी का बनना – यदि आपको पथरी की समस्या है तो आप समझ जाये की आप निश्चित मात्रा से ज्यादा नमक का सेवन कर रहे है क्योकि जब आप अधिक मात्रा में नमक का सेवन करते है तो आपके यूरिन में कैल्शियम के मात्रा बड़ जाती जो धीरे-धीरे गुर्दे में पत्थर का रूप ले लेती है जिसे पथरी कहा जाता है।
डिहाइड्रेशन की समस्या – यदि आप अधिक नमक खाते है तो आपको डिहाइड्रेशन की समस्या हो सकती है और यदि एक बार आप डिहाइड्रेशन के शिकार हो गए तो आप कई तरह की बीमारियों के शिकार हो सकते है इसलिए आपको एक निश्चित मात्रा में ही नमक का सेवन करना चाहिए।
हार्ट अटैक – जब आप अधिक नमक का इस्तेमाल अपने खाने में करते है तो सबसे पहले आपको हाई बी पी की समस्या होगी इसका अर्थ होता है रक्त का तेज गति से प्रवाहित होना।
जब हमारे शरीर में रक्त तेज गति से प्रवाहित होता है तो सबसे ज्यादा ह्रदय को कार्य करना पड़ता है जैसे रक्त जल्दी-जल्दी साफ तो जल्दी जल्दी करना पड़ता है जिससे स्ट्रोक जैसे समस्या हो सकती है और आपका ह्रदय कभी भी काम करना बंद कर सकता है।
बजन बढ़ना – जैसे की मैंने आपको बताया नमक सोडियम कैल्सियम का बना क्रिस्टल है जिस तरह कैल्शियम अधिक मात्रा में जाने पर हमारे शरीर में पथरी की समस्या हो सकती है उसी तरह सोडियम भी अधिक मात्रा में जाने पर हमारे शरीर में फैट जमा करता है जिससे हमारा शरीर फूलना शुरू हो जाता है और बजन बढ़ना शुरू हो जाता है।
कम मात्रा में नमक सेवन करने से शरीर पर पड़ने वाले प्रभाव
डायबिटीज – नमक कम मात्रा में खाने से सीधा असर हमारे शरीर में पाए जाने इन्सुलिन पर पड़ता है नमक की सही मात्रा हमारे शरीर में इन्सुलिन संवेदशील होते है जिससे कार्य करनी की क्षमता बढ़ाते है।
यदि आप कम मात्रा में नमक का सेवन कर रहे तो इंसुलिन संवेदनशील नहीं होते है जिससे आपके शरीर में शर्करा की मात्रा बड़ जाती है और आप डायबिटीज के शिकार हो सकते है।
कोलेस्ट्रॉल – नमक कम मात्रा में लेने पर हमारे शरीर में कोलेस्ट्रॉल बढ़ने लगता है जिसका सीधा असर हमारे ह्रदय पर पड़ता है।
शरीर में कोलेस्ट्रॉल बढ़ने से सीने में दर्द, रक्त का प्रवाह कम हो जाता है जिससे ह्रदय से जुड़ी कई सारी बीमारियों के शिकार हो सकते है।
लो ब्लडप्रेशर – लो ब्लडप्रेशर का मतलब रक्त का बहाव धीमी गति से होना, जब रक्त धीमी गति से बहता है तो अचानक हमारा शरीर शून्य अवस्था में आ जाता है जिससे हमे चक्कर आने लगते है आँखो के सामने अंधेरा छा जाता है।
यदि आप जरूरत से कम नमक का सेवन करते है तो आपके शरीर में पानी की कमी भी जाती है जिससे आपके शरीर में सूजन आना शुरू हो जाती है रक्त से पानी बनने लगता है और ऐसी कई समस्या सामने आने लगती है।
ह्रदय में सूजन – यदि आप परिश्रम अधिक करते है तो आपके शरीर में नमक सही मात्रा में होना बहुत जरूरी है यदि आप कम नमक का सेवन करेंगे तो आपके शरीर में सुस्ती रहेगी आपका मन उल्टी करने के लिए होगा लेकिन होगी नहीं और पानी की मात्रा कम हो जायेगी जिससे आपके ह्रदय में सूजन आने की समस्या बड़ सकती है।
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यदि आपके घर में कोई सदस्य नमक का कम या ज्यादा सेवन करता है तो उन्हें भी इससे होने वाली समस्याओ से परिचित कराये और डॉक्टर की सलाह लेकर उचित मात्रा में नमक का सेवन करने की सलाह दे ताकि आगे चल कर उन्हें किसी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े।
आशा करती हूँ आपको मेरे इस आर्टिकल से कुछ नई जानकारी मिली होगी। यदि आपको मेरी पोस्ट पसंद आई हो तो दोस्तों के साथ सोशल मीडिया पर जरूर शेयर करे।