मेनफ्रेम कंप्यूटर क्या है, इसका आविष्कार, घटक लाभ और हानि

इस पेज आप मेनफ्रेम कम्प्यूटर क्या है इसका आविष्कार, घटक, लाभ और हानि की जानकारी को पढ़कर समझेंगे।

पिछले पेज पर हम सुपर कम्प्यूटर की जानकारी शेयर कर चुके है उसे भी जरूर पढ़े।

तो चलिए मेनफ्रेम कम्प्यूटर की समस्त जानकारी को इस आर्टिकल के माध्यम से पढ़ते है।

मेनफ्रेम कम्प्यूटर क्या है

इनका आकार माइक्रो व् मिनी कम्प्यूटर से बड़ा होता है। इस प्रकार के कम्प्यूटर की संग्रहण क्षमता व कार्य करने की गति अधिक होती है।

ये पूर्व कम्प्यूटर की अपेक्षा अधिक जटिल समस्याओ का समाधान कर सकते है। इन पर एक साथ सैंकड़ो व्यक्ति कार्य कर सकते है। इन कम्प्यूटर जी एयर कंडीशनिंग की आवश्यकता होती जिससे इनका तापमान नियंत्रित रहे। इन कम्प्यूटर का मूल्य बहुत अधिक होता है।

इनका उपयोग प्रायः रेलवे आरक्षण इंश्योरेन्स कंपनियों में, रिसर्च संगठनों में व् बड़ी औधोगिक इकाइयों में किया जाता है।

सुपर कम्प्यूटर के बाद सबसे ज्यादा और सबसे तेज कार्य करने की क्षमता मेनफ्रेम कम्प्यूटर के पास होती है। यह बहुत सारे RAM और Processor से मिलकर बना होता है। एक मेनफ्रेम कम्प्यूटर बहुत अधिक डेटा पर काम करता है।

मेनफ्रेम कम्प्यूटर हाई डिस्प्ले वाले कम्प्यूटर होते है जो एक समय में अरबो सरल गणना करते है।

मेनफ्रेम कम्प्यूटर से जोड़े जाने वाले client computer या terminals एवं अन्य पेरिफेरल डिवाइस जैसे प्रिंटर, मेमोरी आदि आवश्यकताओ के अनुसार घटाए व बढ़ाये जा सकते है।

मेनफ्रेम कम्प्यूटर का आकर

मेनफ्रेम कम्प्यूटर आकार में बहुत बड़े होते है एक सामान्य मेनफ्रेम कम्प्यूटर 2000 Square Feet से लेकर 10,000 Squera Feet तक का Area Cover कर सकते है।

मेनफ्रेम कम्प्यूटर के उदाहरण – IBM-370, IBM-S/390,IBM-4381, CDC Cyber Series के कम्प्यूटर्स, ICL 39 Series 1110 इत्यादि।

मेनफ्रेम कम्प्यूटर का अविष्कार

1950 में UNIVAS I( उनिवर्सिल ऑटोमेटिक कम्प्यूटर ) मेनफ्रेम कम्प्यूटर को पहली बार USA ME में J. Presper Ecket और John Mauchly द्वारा विकसित किया गया था Z ऑप्रेटिंग सिस्टम का उपयोग 64-bit O/S के साथ विशेष रूप से IBMमेनफ्रेम कम्प्यूटर के लिए किया जाता है, और इसे IBM संगठन द्वारा डिजायन किया गया है।

अधिकतर कम्पनिया या संस्थाए मेनफ्रेम कम्प्यूटर का उपयोग निम्नलिखित कार्य के लिए करती है।

  • कर्मचारियों का भुगतान करना।
  • भुगतना का ब्यौरा रखना।
  • उपभोगक्ताओं द्वारा खरीद कर व्यवहार रखना।
  • नोटिस भेजना एवं विस्तृत व्यवहार रखना।

मेनफ्रेम कम्प्यूटर के घटक

मेनफ्रेम कम्प्यूटर में कुछ मुख्य घटक होते है जो अपनी मुख्य भूमिका निभाते है।

प्रोसेसिंग यूनिट ( Processong unit ) मेनफ्रेम कम्प्यूटर में मुख्य रूप से दो प्रोसेसिंग यूनिट होती है।

  1. Main Processor
  2. System assistance Processor

System assistance Processor (SAP) किसी भी डाटा को प्रोसेस नहीं करते है लेकिन जितने जल्दी हो सके उस डाटा को एक स्थान से दूसरे स्थान तक ले जाते है।

प्रत्येक प्रोसेसर में 7 से 10 Core हो सकते है जिन्हे विशेष तौर पर उच्च थ्रूपुट के लिए डिजाइन किया गया होता है। प्रत्येक मेनफ्रेम में 160 I/T Cards तक हो सकते है और साथ ही इन्हे तेजी से डाटा स्टोरेज और ट्रांफर के लिए रोम मिलती है।

कंट्रोलर यूनिट (Controller unit )- कंट्रोलर यूनिट कम्प्यूटर के CPU का एक महत्वपूर्ण भाग है जो अन्य सभी कम्प्यूटर के Components की गतिविधियों के बीच सामंजस्य स्थापित करता है। यह प्रोसेसर के ऑपरेशन को निर्देशित व नियंत्रित करता है।

कंट्रोलर यूनिट कम्प्यूटर से जुड़ी हुई सभी डिवाइसों व उनके सारे कार्यो को नियंत्रित करता है।

यह इनपुट डिवाइसों को डेटा व निर्देशों को रीड करने के लिए निर्देश देता है, तथा मेमोरी में वह एड्रेस बताता है जहां पर यह इनपुट किये गये डेटा व निर्देश स्टोर किये जा सके। इन डेटा व निर्देशों को कम्प्यूटर के समझने योग्य भाषा बदलना इसके बाद ALU में भरजना ताकि इनपुट किये गए डेटा पर अंकगणित व तार्किक क्रियाये की जा सके।

प्रोसेसर के समय यह ALU को निर्देश करता है की प्रोसेसिंग को पूरा करने के लिए कौन कौन से कार्य को करता है तथा उन कार्यो को पूरा करने के लिए data मेमोरी के किस किस location से लेना है तथा प्रोसेसिंग के बाद Output device में भेजना, आदि कार्य Control unit द्वारा किये जाते है। ]

स्टोरेज यूनिट ( Storage unit ) स्टोरेज डिवाइस किसी भी computer ya electonis डिवाइस में जुदा हुआ हैडवेयर डिवाइस का वह पार्ट है जो डाटा या इनफार्मेशन को स्टोर करता है, जिसमे कई प्रकार का डाटा जैसे-software program, documents, photograph, video, audio इत्यादि स्टोर कर सकते। यह एक मेमोरी की तरह कार्य करता है तथा इसे storage media या digital storage भी कहते है।

ये डाटा permannentry या दिर temprary हो सकते है। जब भी हमें इसमें सेव किये हुए डाटा की जरूरत पड़ती है तो इस स्टोरेज डिवाइस की माड़ से हम कभी एक्सेस कर सकते है।

मल्टीप्रोसिसेर ( Multiprocessor )- एक कम्प्यूटर की एक साथ एक से अधिक कार्य करने की क्षमता को मल्टीप्रोसेसिंग कहा जाता है मल्टीप्रोसेसिंग सिस्टम में दो से अधिक प्रोसेसर होते है सीपीयू को उस िस्टम से जोड़ा जाता है जो सॉटम की कप्यूटिंग गति को बढ़ाने में मदद करता है। हर सीपीयू में रजिस्टर और मुख्य मेमोरी का अपना सेट होता है।

मदरबोर्ड ( Motherboard ) किसी एक सीपीयू के पास प्रोसेस करने के लिए कुछ भी न हो और उस पर वर्कलोड कम हो और दूसरा विदिष्ट प्रोसेसर प्रक्रियाओ के साथ अतिभारित हो सकता है। ऐसे मामले में प्रोसेस और रिसोर्सेज प्रोसेसर के बिच डायनामिक रूप से साझा किये जाते है। मदरबोर्ड कंप्यूटर का सबसे महत्वपूर्ण भाग होता है जिसमे सभी आवश्यक उपकरण जुड़े रहते है। इनमे CPU, RAM, HDD, Monitor, BLOS, CMOS, Mouse, Keyboard आदि उपकरण को पावर सप्लाई पहुँचता है और आपस में कम्युनिकेशन करवाता है।

कम्प्यूटर मदरबोर्ड एक प्रिंटेड सर्किट बोर्ड होता है जिसे लॉजिकल, सिस्टम बोर्ड, प्रिंटेड वायर्ड बोर्ड और मैंबोर्ड़ के नाम से भी जाना जाता है।

मदरबोर्ड एक प्लास्टिक सहित होती है जिसमे उपकरणों को जोड़ने के लिए विभिन्न पोर्ट्स बनाये जाते है, प्रत्येक पोर्ड का कनेक्शन मदरबोर्ड में सोल्डर किया हुआ रहता है जिसे हम पानी आँखों से भी देख सकते है।

क्लिस्टर कंट्रोलर सिस्टम ( Cluster controller system )

क्लिस्टर कंट्रोलर सिस्टम एक प्रकार डिवाइस है जिसे चैनल टर्मिनल को होस्ट करने के लिए और टर्मिनल सिस्टम को जोड़ने के डिजाइन किया गया है। क्लिस्टर कंट्रोलर सिस्टम दो प्रकार का होता है जैसे चैनल 1.Channel attached cluster controller 2.Link attached cluster controller

मेनफ्रेम कंप्यूटर के कार्य

मेनफ्रेम कंप्यूटर के कार्य अलग अलग भागो में बाटा गया है जो निम्न अनुसार है-

डाटा वेयरहाउस सिस्टम – प्रत्येक कम्प्यूटर में लम्बे जीवन के लिए डेटा स्टोर करने के लिए हार्ड डिस्क होती है, लेकिन मेनफ्रेम कम्प्यूटर पूरे डेटा को एप्लिकेशन फ्रॉर्म से सेवा करता है। जब सभी उपयोगकर्ता अपने जुड़े टर्मिनलों के साथ दूरस्थ रूप से लॉगिन करने की कोशिश करते है तो मेनफ्रेम कम्प्यूटर सभी रिमोट टर्मिनलो को उनकी सभी फाइलों के साथ-साथ प्रोग्राम तक पहुंचने की अनुमति देता है।

प्रोसेसर अथॉर्टीकल एक्सेस पर्मिसों – सभी डाटा और प्रोग्राम डाटा फाइलों को मेनफ्रेम सिस्टम में स्टोर करने के कारण, यह अपनी क्षमता में वृद्धि कर सकता है एडमिनिस्ट्रेटर सभी इंसर्ट एप्लिकेशन और डेटा को मेनफ्रेम सिस्टम में एक्सेस कर सकते है, और वह यह भी तय कर सकते है की कितने उपयोगकर्ताओं को इसे एक्सेस कर सकता है।

अलॉट प्रोस्सेर टाइम फ्रेम – मेनफ्रेम कंप्यूटर सिस्टम में सभी यूजर में विभाजित होने के लिए प्रोसेसिंग समय की सीमित संख्या है, जो वर्तमान में सिस्टम के साथ लॉग इन

मेनफ्रेम कम्प्यूटर के नाम

  • ENIAC ( Numerical Integrator and Calculator )
  • UNIAC
  • AS/400 system
  • IBM Z15
  • System z9
  • I series system

मिनी कम्प्यूटर की विशेषताएं

  1. मेनफ्रेम कंप्यूटर का आकार मिनी कम्प्यूटर और माइक्रो कम्प्यूटर से बड़ा और सुपर कम्प्यूटर से बड़ा होता है।

2. मेनफ्रेम कम्प्यूटर का उपयोग नेटवर्क डाटा प्रोस्सिंग में किया जाता है।

3. इस कंप्यूटर पर एक साथ एक समय में कई लोग कार्य कर सकते है।

4. मेनफ्रेम कम्प्यूटर मल्टी प्रोग्रामिंग सिस्टम पर भी कार्य करता है जहा एक समय में एक से अधिक प्रोग्राम को कम्प्यूटर मेमोरी में सेव किया जा सकता है।

5. यह कम्प्यूटर साधार रख रखाव पर भी 40 से 45 साल तक आराम से चलते है इसलिए यह कम्प्यूटर टिकाऊ कम्प्यूटर भी होते है।

6. मेनफ्रेम कम्प्यूटर का सबसे ज्यादा उपयोग वैज्ञानिक अनुप्रयोगों में किया जाता है।

7. इनकी कार्य करनी करनी की क्षमता के आधार पर इनका मूल्य भी अधिक होता है।

8. मेनफ्रेम कम्प्यूटर को Wide area network बनाने में सेंट्रल कम्प्यूटर के रूप में उपयोग किया जाता है।

9. मेनफ्रेम कम्प्यूटर पर साधार कम्प्यूटर की तरह कार्य नहीं कर सकते है।

मेनफ्रेम कम्प्यूटर के लाभ

  1. यह कम्प्यूटर वायरस spyware और malware के हमले से एक बड़ी सुरक्षा प्रदान करता है।
  2. मेनफ्रेम कंप्यूटर में प्रोसेसर होने के कारण इसके कार्य करने की गति बहुत अधिक होती है इसलिए एक कंप्यूटर पर एक साथ कई लोग कार्य कर सकते है।
  3. इसकी कार्य करने की क्षमता अधिक होने के कारण किसी भी कार्य को बहुत तेजी से कर सकते है।
  4. मेनफ्रेम कंप्यूटर में कई दिनों तक बिना रुके काम किया जा सकता है।
  5. डाटा स्टोरेज यूनिट बहुत बड़ी होने के कारण इसकी डाटा स्टोर करने की क्षमता अधिक होती है।

मेनफ्रेम कंप्यूटर के नुक्सान

  1. मेनफ्रेम कम्प्यूटर विशेष कामो के लिए बनाया गया है इसलिए इसे सामन्य कम्प्यूटर की तरह नहीं चलाया जा सकता।
  2. मेनफ्रेम कम्प्यूटर चलाने के लिए विशेष ऑपरेटिंग सिस्टम की जरूरत होती है।
  3. मेनफ्रेम कंप्यूटर सुपर कम्प्यूटर की तरह बड़ी और जटिल समस्याओ का समाधान नहीं कर सकता है।
  4. इस कंप्यूटर की कीमत सामान्य कम्प्यूटर से अधिक होती है।
  5. मेनफ्रेम कम्प्यूटर का रखरखाव काफी मंहगा होता है।

उम्मीद है मेनफ्रेम कंप्यूटर की जानकारी आपको समझ में आ गई होगी।

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