इस पेज पर आप हिंदी और अंग्रेजी महीनो के नाम को पढ़कर समझेंगे।
हिन्दू धर्म के अनुसार और अंग्रेजी कैलेंडर के हिसाब से एक वर्ष में 12 महीने होते है लेकिन दोनों में नाम अलग-अलग है।
नीचे हम सभी महीनो के नाम और किस महीने में कितने दिन होते है यह सभी जानकरी विस्तार में पढ़कर समझेंगे।
हिंदी महीनो के नाम
हिंदी कैलेंडर के अनुसार एक महीने को दो पक्षों में बाटा गया है जो 15-15 दिन के होते है।
शुरुआत के 15 दिन कृष्ण पक्ष के नाम से जाने जाते है और बाद के 15 दिन शुक्ल पक्ष के नाम से जाने जाते है।
कृष्ण पक्ष की शुरुआत अमावश्या से शुरू होती है और शुक्ल पक्ष की शुरुआत पूर्णिमा से होती है।
नीचे की टेबल में आप हिंदी महीनो को पढ़कर समझ सकते है
क्र. | महीनो के नाम हिंदी में | महीनो के नाम अंग्रेजी में |
---|---|---|
1. | चैत्र | मार्च – अप्रैल |
2. | वैशाख | अप्रैल – मई |
3. | ज्येष्ठ | मई – जून |
4. | आषाढ़ | जून – जुलाई |
5. | श्रावण | जुलाई – अगस्त |
6. | भाद्रपद | अगस्त -सितंबर |
7. | आश्विन | सितंबर – अक्टूब |
8. | कार्तिक | अक्टूबर – नवम्बर |
9. | मार्गशीर्ष | नवम्बर – दिसंबर |
10. | पौष | दिसंबर – जनवरी |
11. | माघ | जनवरी – फरवरी |
12. | फाल्गुन | फरवरी – मार्च |
चैत्र मास
हिन्दू धर्म के अनुसार नव वर्ष की शुरुआत चैत्र के महीने से होती है चैत्र मास अंग्रेजी महीने के अनुसार मार्च से शुरू और अप्रैल में ख़त्म होता है। इस मास के प्रथम दिन की शुरूआत सूर्य देवता को अर्ध्य देकर की जाती है चैत्र मास अमावश्या के शुक्ल प्रतिपदा से ले कर नवमी तक माता के विभिन्न रूपों की पूजा की जाती है।
नवे दिन को राम नवमी के नाम से जाना जाता है क्योकि इसी दिन भगवान राम का जन्म हुआ था इसलिए यह दिन श्री राम जी की जयंती के रूप में भी मनाया जाता है।
इस महीने में ही बसंत ऋतू खत्म और ग्रीष्म ऋतू शुरू होती है शास्त्रों के अनुसार चैत्र का महीना बहुत ही पावन माना जाता है क्योकि इसके पहले दिन से ही नवरात्रि शुरू होती है जिसमे नौ दिन तक माताओ की पूजा की जाती है।
चैत्र के महीने से खान पान पर ज्यादा ध्यान देना चाहिए क्योकि मौसम में परिवर्तन होता है जिससे बाशी खाने से स्वास्थ पर बूरा प्रभाव पड़ता है।
वैशाख मास
वैशाख का महीना अप्रैल से शुरू होता है और मई में खत्म होता है। इस महीने में जल का दान अनाज का दान करना बहुत ही शुभ माना जाता है।
जो लोग इस महीने में प्याऊ खोल कर यात्रियों में पानी का वितरण करते है उन पर भगवान की असीम कृपा रहती है।
वैशाख मास में कृष्ण पक्ष के तीसरे दिन को अक्षय तृतीया के रूप में मनाया जाता है, अक्षय तृतीया को कई नामो से जाना जाता है इस दिन स्नान करके दान, जप और होम लगाया जाता है, और भगवान को अक्षय के रूप में प्रदान किया जाता है।
वैशाख की पूर्णिमा के दिन भगवान बुद्ध के जनमोत्स्व बुद्ध पूर्णिमा के रूप में मनाई जाती है।
ज्येष्ठ मास
हिंदी महीनो के अनुसार तीसरे महीने को ज्येष्ठ के नाम से जाना जाता है जो मई से आरंभ होता है और जून में समाप्त हो जाता है। ज्येष्ठ मास में सूर्य की तपन बड़ जाती है जिससे भयंकर गर्मी होती है इस महीने में जल का सरंक्षण किया जाता है।
हिन्दू धर्म के अनुसार यदि किसी लड़का या लड़की की शादी होती है लेकिन दोनों ही ज्येष्ठ है तो उनकी शादी नहीं होती है यदि किसी कारण से बड़े लड़का और लड़की की शादी हो जाती है तो वह शादी कभी भी सफल नहीं होती है।
ज्येष्ठ के महीने में भगवान राम और हनुमान जी की पूजा करना शुभ माना जाता है क्योकि इस महीने में हनुमान जी पहली बार भगवान राम से मिले थे।
ज्येष्ठ मास की अमावश्या दिन शनिदेव जयंती मनाते है और पूर्णिमा को वट सावित्री कि पूजा की जाती है।
आषाढ़ मास
आषाढ़ मास हिन्दू धर्म के अनुसार चौथा मास है यह जून से शुरू और जुलाई में खत्म होता है इस महीने कि शुरूआत में हमे काफी गर्मी का सामना करना पड़ता है लेकिन इस महीने में ही शीतलता आ जाती है।
हिन्दू धर्म के अनुसार इस महीने में सभी देवी-देवता विश्राम करते है इस महीने में प्रकृति में परिवर्तन होना शुरू होना प्रारम्भ हो जाता है क्योकि इसी महीने में वर्षा ऋतू की शुरूआत होती है।
इस माह की पूर्णिमा को गुरू पूर्णिमा के महापर्व के रूप में मनाया जाता है इसी माह में देव शनि एकदशी भी आती है।
श्रावण मास
हिंदी महीनो के अनुसार श्रावण मास की शुरूआत आषाढ़ मास के बाद होती है। अंग्रेजी महीनो के अनुसार जुलाई से शुरू हो कर अगस्त में खत्म होता है।
श्रावण मास गर्मी पूरी तरह से चली जाती है वर्षा ऋतू के कारण चारो और हरयाली ही हरयाली होती है और मानव जाति के साथ सभी जीव जन्तुओ को राहत मिलती है।
श्रावण मास में भगवान भोलेथान की पूजा करना बहुत ही शुभ माना जाता है क्योकि यह मास भोलेथान का सबसे प्रिय मास है। हिन्दू धर्म की महिलाये इस मास में जितने भी सोमवार पड़ते है उनका व्रत करती है क्योकि शास्त्रों में पड़ा गया है की जो भी व्यक्ति सोमवार के दिन का व्रत रख कर भोलेनाथ को बेलपत्र और जल चढ़ाता है, उस व्यक्ति पर भोलेनाथ की असीम कृपा रहती है, भोलेनाथ उसकी सभी मनोकामनाएं पूरी करते है।
श्रावण मास की पूर्णिमा के दिन को रक्षाबंधन जैसे पवित्र त्यौहार को मनाया जाता है और इसी दिन कावण यात्रा निकाली जाती है।
भाद्रपद मास
भाद्रपद हिंदी कैलेंडर का छः महीना है जिसकी शुरूआत अगस्त से होती है और सितंबर में समाप्त हो जाता है इस महीने में हिन्दू धर्म के बहुत सारे त्यौहार पड़ते है इसलिए भाद्रपद मतलब भाद्रो का महीना धर्मिक रूप अत्यंत महत्वपूर्ण है।
यह महीना श्रावण मास के बाद शुरू होता है इस मास में बहुत सारे व्रत पड़ते है जैसे हरछट, कृष्णजन्मष्टमी, हरितालिका तीज, गणेश उत्सव, ऋषी पंचमी आदि।
माना जाता है की इस महीने में दान धर्म करने से जन्म जनमातर के पापा नाश हो जाते है।
आश्विन मास
आश्विन मास की शुरूआत अंग्रेजी महीने के सितंबर के महीने से शुरू हो कर अक्टूबर माह में खत्म हो जाता है।
हिन्दू धर्म के अनुसार यह महीना अपने पूर्वजो को याद करने का महीना है। इस माह में व्रत तीर्थयात्रा, भागवत पुराण, ग्रंथो का अध्ययन शुरू की जा सकता है।
इस माह की कृष्ण्पक्ष की शुरूआत से आमावश्या तक पितृपक्ष होता है तभी श्राद्ध और तर्पण किया जाता है साथ ही इसी समय पितरों से जुड़े पिंडदान किये जाते है और पुण्य तिथि पर ब्राह्मणो को भोजन कराया जाता है।
आश्विन मास में ही शारदीय नवरात्रि, दुर्गापूजा, कोजागिरी पूर्णिमा, विजयदशमी दशहरा जैसे बड़े पर्व मनाये जाते है।
कार्तिक मास
कार्तिक मास की शुरूआत अक्टूबर माह से शुरू हो कर नंवबर में खत्म होता है इस माह का नाम कार्तिक इस लिए पड़ा क्योकि इस माह में ही माता पार्वती और उनके पुत्र कार्तिक ने तारकासुर का वध किया था, तब इस इन माह का नाम कार्तिक मास पड़ गया।
शास्त्रों में कार्तिक मास बहुत ही शुभ माना गया है क्योकि इस मास भगवान विष्णु को निद्रा से जगाया जाता है, और इसी मास भगवान विष्णु जल में विश्राम करते है भगवान नारायण के रूप में।
कार्तिक मास में दीवाली, गोवर्धन पूजा, भाई दोज, कार्तिक पूर्णिमा, गुरूनानक जयंती और देवठी ग्यारस मनाई जाती है।
मार्गशीष मास
मार्गशीष मास अंग्रेजी महीने के नंवबर से शुरू होता है और दिसंबर में ख़त्म हो जाता है इसका नाम मृगशिरा नक्षत्र होने के कारण पड़ा, मार्गशीष भगवान कृष्ण का रूप माना जाता है। इस मास में नदी में स्नान करने से समस्त पाप का नाश हो जाता है।
माना जाता है की इस मास में जन्म लेने वाले व्यक्ति की वाणी मधुर होती है उसकी सभी धर्म और कर्म में आस्था होती है उस व्यक्ति के बहुत सरे मित्र होती है।
यह मास बहुत शुभ माना जाता है इसकी पवित्रा का उलेखन शास्त्रों में देखने को मिलता है, मार्गशीष मास की पूर्णिमा के दिन चंद्रदेव की पूजा करना शुभ माना जाता है।
इस माह में वैकुण्ठ एकादशी मनाई जाती है और अन्नपूर्णिमा माता की पूजा की जाती है।
पौष मास
पौष मास की पूर्णिमा को चन्द्रमा पुष्य नक्षत्र में होता है इसलिए इस मास को पौष मास कहा जाता है, यह मास अंग्रेजी माह के दिसंबर से शुरू हो कर जनवरी माह में खत्म होता है।
पौराणिक ग्रंथो में पाया गया है की पौष मास में सूर्य देव की उपासना उनके भग नाम से करनी चाहिए।
पौष मास में चारो और बहुत ठंडी होती है, इस माह में ही संकट चौथ, लोहड़ी, पोगल या संक्राति जैसे त्यौहार मनाये जाये है।
माघ मास
माघ मास हिन्दू कैलेंडर का ग्यारहवा महीना है यह महीना जनवरी से शुरू हो कर फरवरी में ख़त्म होता है।
माघ मास में नदियों में स्नान करने के बाद दान करना शुभ माना जाता है और इस मास में दान धर्म और पुण्य के कार्य करना से सारे कष्ट दूर हो जाते है।
इस मास में बसंतपंचमी, शिवरात्रि और रथ सप्तमी जैसे त्यौहार मनाये जाती है।
फाल्गुन मास
हिन्दू धर्म के अनुसार साल का बारहवा और अंतिम महीना है यह महीना फरवरी से शुरू होता है और मार्च में खत्म हो जाता है।
फाल्गुन मास में चंद्र देव की पूजा करना शुभ माना जाता है। इस महीने में ही हिन्दू धर्म के दो खास त्यौहार मनाये जाते है, जिन्हे महाशिवरात्रि और होली के नाम से जाना जाता है।
महाशिवरात्रि के दिन भगवान शिव जी की पूजा की जाती है और फाल्गुन मास की पूर्णिमा के शाम की होलिका दहन किया जाता है और दूसरे दिन सुबह रंगो से होली खेली जाती है।
अंग्रेजी महीनो के नाम
अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार प्रत्येक महीने में दिनों के संख्या अलग – अलग है जैसे अंग्रेजी कैलेंडर के महीने जैसे जनवरी, मार्च, मई, जुलाई, अगस्त, अक्टूबर और दिसंबर में 31 दिन होते है, और अप्रैल, जून, सितम्बर और नवंबर में 30 दिन होते है। अंग्रेजी महीने के फरवरी महीने में लगातार तीन साल तक 28 दिन का महीना होता है और चौथे साल का महीने 29 फरवरी का होता है।
नीचे टेबल दी गई टेबल में आपको समझने में आसानी होगी।
क्र. | महीनो के नाम | अंग्रेजी में महीनो के नाम | महीने में दिन संख्या |
1. | जनवरी | January | 31 |
2. | फरवरी | February | 28 या 29 |
3. | मार्च | March | 31 |
4. | अप्रैल | April | 30 |
5. | मई | May | 31 |
6. | जून | June | 30 |
7. | जुलाई | July | 31 |
8. | अगस्त | August | 31 |
9. | सितंबर | September | 30 |
10. | अक्टूबर | October | 31 |
11. | नवम्बर | November | 30 |
12. | दिसंबर | December | 31 |
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आशा करती हूँ महीनो के नाम की जानकारी आपको पंसद आई होगी।
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