इस आर्टिकल में आप आपने बच्चो को दिनों के नाम हिंदी और अग्रेंजी में बहुत ही सरलता से सीखा सकते है।
सभी जानते है कि सप्ताह में 7 दिन होते है और प्रत्येक दिन का अलग-अलग महत्व है इसलिए दिनों के नाम उनके महत्व के अनुसार ग्रहों के नाम पर रखे गए है।
दिनों को हिंदी, अग्रेंजी और उर्दू में अलग-अलग नाम से जाना जाता है जो आप नीचे पढ़ कर आराम से समझ सकते है।
सप्ताह के सात दिनों के नाम
| हिंदी | अंग्रेजी | मुश्लिम |
|---|---|---|
| सोमवार | MONDAY | पीर |
| मंगलवार | TUESDAY | मंगल |
| बुधवार | WEDBSDAY | बुध |
| गुरूवार | THURSDAY | जुमेरात |
| शुक्रवार | FRIDAY | जुम्मा |
| शनिवार | SATURDAY | सनीचर |
| रविवार | SUNDAY | इतवार |
जैसे कि मैंने ऊपर बताया है कि हिंदी में दिनों के नाम ग्रहो के नाम पर आधारित है तो चलिए अब उनसे भी परिचित कराती हूँ।
| ग्रह | हिंदी नाम |
|---|---|
| चन्द्रग्रह | सोमवार |
| मंगलग्रह | मंगलवार |
| बुधग्रह | बुधवार |
| बृहस्पतिग्रह | गुरूवार |
| शुक्रग्रह | शुक्रवार |
| शनिग्रह | शनिवार |
| सूर्यग्रह | रविवार |
अब आप विस्तार से जानेगे कि दिनों के नाम ग्रह के नाम पर कैसे रखे गए है।
- सप्ताह के पहले दिन सोमवार
चन्द्रमा एक ग्रह है जिसे चंद्रग्रह कहते है, शायद आप जानते है कि चन्द्रमा को सोम के नाम से भी जाना जाता है, इसलिए सप्ताह के पहले दिन को सोमवार के नाम दिया गया, हिन्दू धर्म के अनुसार सोमवार शिवजी का दिन माना जाता है।
वेदो में पाया गया है की सोमवार के दिन चंद्रदेव भी भगवान शिव जी की आराधना करते थे जिससे उन्हें निरोगी काया मिली थी, और भगवान शिवजी ने चंद्रदेव को सोमवार के दिन ही आपने सिर पर स्थान दिया था, जिससे सोमवार के दिन भगवान् शिव जी की आराधना करने से चंद्रदेव भी प्रशन्न होते है।
- सप्ताह के दूसरे दिन मंगलवार
सप्ताह का दूसरा दिन मंगलवार है, इस दिन नाम मंगलग्रह के नाम से लिए गया है, यह दिन बहुत ही शुभ माना जाता है क्योकि मंगलवार के दिन महावीर हनुमान जी का जन्म हुआ था, और शास्त्रों के अनुसार हनुमान जी को मंगलग्रह का नियंत्रण भी किया जाता है।
माना जाता है की बजरंगबली हनुमान जी की केवल आराधना करने से सारे बिगड़े काम बन जाते है, और जो लोग सच्चे मन से हनुमान चालीसा का पाठ करता है वह हमेशा सारी मुशीबतो से सुरक्षित रहता है।
जो व्यक्ति मंगलवार के दिन सच्चे मन से उपवास करता है उसकी सारी मनोकामनाएं पूर्ण होती है वर्षो पुराने कर्जा से मुक्त हो जाता है, इसलिए मंगलवार के दिन हनुमान जी के दर्शन जरूर करने चाहिए।
- सप्ताह का तीसरा दिन बुधवार
बुधवार सप्ताह का तीसरा दिन है इस दिन का नाम बुधग्रह से लिए गया है, बुधवार के दिन भगवान गणेश जी की पूजा करना शुभ माना जाता है।
भगवान गणेश जी को विद्या और बुद्धि प्रदान करने के देवता माना जाता है इसलिए जब भी कोई शुभ कार्य किया जाता है तो सबसे पहले भगवान गणेश जी की पूजा की जाती है ताकि हमेशा उस कार्य में सफलता मिले।
वैसे तो भगवान गणेश जी पूजा अर्चना हर दिन करनी चाहिए, लेकिन बुधवार का दिन गणेश जी का दिन माना जाता है, इस दिन उपवास करने से और उनके नाम के मंत्र का जाप करके आप अपने घर में सुख और शांति ला सकते है।
अब आप सोच रहे होंगे कौन से मंत्र का जाप करना है तो आपको ” ॐ ग्लौम गणपतयै नमः ” मंत्र का जाप करना है, और भगवान गणेश जी मन पसंद मोदक का भोग लगाना है।
सप्ताह का चौथा दिन गुरूवार
सप्ताह के चौथे दिन का नाम बृहस्पति ग्रह से लिए गया है, क्योकि बृहस्पति को गुरू के नाम से भी जाना जाता है। क्योकि शास्त्रों में बृहस्पति देव नाम के एक देवता थे जिन्हे देवताओ का गुरू कहा जाता है।
गुरूवार के दिन भगवान विष्णु जी की पूजा की जाती है, गुरूवार के दिन उपवास करने से सभी इक्षाय पूर्ण होती है इस व्रत को सभी लोग रख सकते है जीवन में आ रही सभी परेशानिया दूर हो जाती है।
जिन लड़कियों या लडको की शादी नहीं हो रही है तो उन्हें यह व्रत जरूर रखना चाहिए, यदि कुंडली में गुरू ग्रह के कारण आ रही रूकावटो को भगवान विष्णु दूर कर देते है। क्योकि भगवान विष्णु की आराधना करने से माता लक्ष्मी भी प्रसन्न होती है।
सप्ताह का पांचवा दिन शुक्रवार
शुक्रवार सप्ताह का पांचवा दिन शुक्रग्रह से लिया गया है हिन्दू धर्म के अनुसार यह दिन देवियो का माना जाता है इस दिन माता लक्ष्मी, दुर्गा, सरस्वती और माता संतोषी की पूजा की जाती है।
माना जाता है की इस दिन माता संतोषी का व्रत रखने से घर में सुख और शांति आती है माता लक्ष्मी की पूजा करने से घर में माँ लक्ष्मी की हमेशा कृपा रहती है।
वैसे तो माताओ की उपासना करने की बहुत बड़ी विधि है लेकिन आप सच्चे मन खाली हाथ भी व्रत करके माताओ का आवाहन करेंगे तो भी देवी आपकी सारी इक्षाये पूर्ण करेंगे, क्योकि जो भी हमारे पास होता है देवी देवताओ की कृपा से ही होता है।
सप्ताह का छ: दिन शनिवार
सप्ताह का छटवा दिन शनिवार होता है, जिसे शनिग्रह के नाम से लिया गया है, इस दिन भगवान शनिदेव की आराधना की जाती है, साथ ही इस दिन बजरंगवली हनुमान जी और भगवान राम जी का दिन भी माना जाता है, इसलिए इस दिन भगवान राम, बजरंगबली और भगवान शनिदेव की पूजा की जाती है।
शनिवार के दिन शनिदेव की पूजा करना सबसे शुभ माना जाता है, इस दिन शनिदेव को सरसो का तेल चढ़ा कर गुड और चने का भोग लगाना चाहिए, काले कपड़े दान करने चाहिए।
शनिवार के दिन खास ख्याल रखे की इस दिन आप जैसे लोहा, नमक, तेल नहीं खरीदना चाहिए शास्त्रों में माना जाता है की इस दिन इन सामग्री को खरीदने से घर में बूरा प्रभाव पड़ता है।
सप्ताह का आखरी और सतवा दिन रविवार
सप्ताह का सातवा और आखरी दिन रविवार है शायद आप जानते होंगे की सूर्य को रवि के नाम से भी जाना जाता है, इसलिए सप्ताह के आखरी दिन का सूर्य से लिया गया है।
रविवार के दिन सूर्यदेव की पूजा करना शुभ माना जाता है, सूर्यदेव की पूजा करने से घर में सुख समृद्धि आती है शत्रु से रक्षा के लिए रविवार के दिन का व्रत करना सर्वश्रेष्ट है।
यह है दिनों के नाम हिंदी और अंग्रेजी में आशा करती हूँ आपको पसंद आई होगी, इस पोस्ट में आपको दिनों के नाम किस ग्रह के नाम पर रखा गया है, किस दिन किस देव की पूजा करना चाहिए ये भी बताया गया है।
हिन्दू धर्म के अनुसार सप्ताह के हर दिन का अलग अलग महत्व है, सभी दिन अलग अलग देवी देवताओ की पूजा की जाता है, इसीलिए हिन्दू धर्म में हर दिन को एक त्यौहार के रूप में माना जाता है।
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Very informative and good Article.. good going. Keep it up
Thank You