कलश स्थापना पूजा विधि
– शारदीय नवरात्रि की प्रतिपदा को सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
– पहले दिन घर के मुख्य द्वार के दोनों तरफ स्वास्तिक बनाकर मुख्य द्वार पर आम और अशोक के पत्ते का तोरण लगाएं।
– इसके बाद एक चौकी बिछाकर वहां पहले स्वास्तिक का चिह्न बनाएं।
– उसके बाद रोली और अक्षत से टीकें और फिर वहां माता की प्रतिमा स्थापित करें।
– उसके बाद विधिविधान से माता की पूजा करें।
– उत्तर और उत्तर-पूर्व दिशा यानी ईशान कोण में कलश रखना चाहिए और माता की चौकी सजानी चाहिए।
– कलश पर नारियल रखते समय इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि नारियल का मुख नीचे की तरफ न हो।
– कलश के मुंह पर चारों तरफ अशोक के पत्ते लगाएं और फिर एक नारियल पर चुनरी लपेटकर कलावा से इसे बांध दें।
– अब अम्बे मां का आह्वान करें। इसके बाद दीपक जलाकर पूजा करें।