चंदन और धनिया की पत्तियों को पीस लें। इसके बाद आप इस पेस्ट को अपने नाभि के आसपास लगाने से आपको छींक से काफी आराम मिलेगा।
1. छींक हो सकता है बंद
नाभि में चंदन का तेल डालने से ब्लड प्रेशर कंट्रोल हो सकता है। साथ ही यह अनिद्रा की परेशानी से राहत दिलाने में प्रभावी हो सकता है।
2. ब्लड प्रेशर करे कंट्रोल
चंदन की लकड़ी को पत्थर पर घिस लें। अब इस लेप को नाभि के पास लगाएं। कुछ दिनों तक लगातार इस लेप को नाभि में लगाने से शरीर की सूजन को कम किया जा सकता है।
3. सूजन की परेशानी करे दूर
चंदन के लेप को नाभि के पास नियमित रूप से लगाने से मुंहासे और एक्ने की परेशानी दूर हो सकती है। साथ ही इससे झाई की परेशानी भी काफी हद तक कम किया जा सकता है।
4. मुंहासे से राहत
अर्जुन की छाल के साथ चंदन को घिस लें। अब इस पेस्ट को नाभि के पास लगाएं। इसके अलावा आप इसे 1 गिलास पानी में मिक्स करके पी भी सकते हैं। इससे स्पर्म काउंट काफी ज्यादा बढ़ सकता है।
5. स्पर्म काउंड बढ़ाए
चंदन के तेल को नींबू के रस के साथ मिक्स कर लें। अब इस मिश्रण को अपने नाभि में डालें। इससे खुजली से काफी हद तक आराम पा सकते हैं।
6. खुजली से आराम
चंदन के तेल का इस्तेमाल कई धार्मिक समारोहों और आध्यात्मिक प्रथाओं में किया जाता है।
7. समारोहों और आध्यात्मिक प्रथाओं
चंदन का तिलक लगाने से पापों का नाश होता है।
8. पापो को शांति मिलती है।
चेहरे पर चंदन का लेप लगाने से दाग धब्बे आदि मिट जाते हैं। चंदन आपकी त्वचा को बेदाग बनाने के लिए एक बेहतरीन उपाय है।
9. चेहरे पर चन्दन लगाने से धब्बे और मुँहासे ठीक होते है
जिस घर में प्रतिदिन चंदन की बट्टी को शिल्ला पर घिस पर माथे पर लगाया जाता है उस घर में रोग और शोक नहीं होते हैं।
10. रोग और शोक नहीं होते
चंदन का तिलक कई रोगों को शांत करता है, जैसे तृषा, थकान, रक्तविकार, दस्त, सिरदर्द, वात पित्त, कफ, कृमि और वमन आदि।
11. सिर दर्द और थकान दूर करता है।
चंदन का तिलक लगाने से लक्ष्मी की कृपा हमेशा बनी रहती है।