गर्दन सीधी रखनी चाहिए।
सामने देख कर चलना चाहिए जमीन पर देख कर नहीं।
ठोड़ी जमीन के सामानांतर हो।
पेट थोड़ा अंदर खींच कर रख सकें तो अच्छा है।
कंधे सामान्य रूप से हिलने चाहिए।
पीठ सीधी रखें आगे या पीछे की तरफ झुका कर ना चलें।
हाथों को आजादी से हिलने दें , कोहनी से थोड़े मुड़ते हों तो चलता है।
सामान्य चाल से चलें , जिसमे पैर की अंगुलियाँ , एड़ी , घुटने , आदि पूरे गतिशील हों।