बच्चों का नाम रखते समय ध्यान रखें

नाम बोलने तथा समझ आने में आसान होना चाहिए . बच्चा पहली बार स्कूल जाये तो कम से कम अपना नाम सही से बोल पाये जो सामने वाले को तुरंत समझ आ जाये .

नाम की स्पेलिंग आसानी से लिखे जा सकने वाली तथा पढ़ कर सही बोले जा सकने वाली होनी चाहिए क्योंकि आजकल अधिकतर जगह नाम इंग्लिश भाषा में लिखना पड़ता है

नाम का कुछ अच्छा मतलब हो तो ठीक रहता है . कभी कभी पूछ लिया जाता है कि आपके नाम का मतलब क्या है.

पुराने समय में नाम से जाति , गोत्र , देश आदि कई चीजों का पता चल जाता था . परन्तु अब ऐसा नही है . विदेशी नाम रखना फैशन और आधुनिकता की निशानी माना जाने लगा है .

ईश्वरीय नाम जैसे परमात्मा , भगवान , ईश्वर , महादेव , देवी , ब्रह्मा आदि रखने से बचना चाहिए क्योंकि इंसान में अच्छी या बुरी दोनों तरह की प्रवृति होती है. कभी बुरी आदत या व्यवहार का बखान करने या उसे कोसते समय जाने अनजाने आप ईश्वरीय शक्ति के प्रति अपनी आस्था या निष्ठा खोने के दोषी बन सकते हैं .

मनोविज्ञान और अक्षर विज्ञान के विशेषज्ञों के अनुसार नाम का प्रभाव इन्सान के सूक्ष्म व्यक्तित्व पर भी गहराई से पड़ता है . अतः नाम में अच्छे गुण विकसित करने की संभावना होनी चाहिए तथा नकारात्मक या दुश्चरित्र वाले नाम नहीं रखने चाहिए .

लड़का हो या लड़की नाम अच्छा चुनते समय बराबर प्रयास होने चाहिए . पहले लड़कियों के नाम ससुराल में बदल दिए जाते थे लेकिन अब ऐसा नहीं होता . अतः लड़की का एक ही नाम जीवन भर साथ रहता है .

बच्चे का नाम जल्दबाजी में ना रखें . अच्छी तरह सोच विचार करके रखें .

कोशिश करें नाम इतना आसान हो कि लोग इसे छोटा करके ना बुलाएँ . इसके अलावा घर में प्यार के नाम जैसे बबलू , गुड़िया , गोलू , कालू , बब्बू , मोटू , राजू आदि से ना पुकारें वर्ना बड़े होने के बाद भी ये ही नाम पुकारे जाते है और तब बहुत अटपटे लगते हैं .

नाम ऐसा हो कि स्कूल में दूसरे बच्चे मजाक न बनायें , स्कूल में हीनभावना के शिकार बच्चे जीवन भर उस असर से मुक्त नहीं हो पाते . अर्थपूर्ण और अच्छे नाम से बच्चे के प्रति लोगों का बर्ताव सकारात्मक हो जाता है .

बहुत लम्बा नाम ना रखें . सिर्फ दो या तीन अक्षर का नाम हो तो ज्यादा अच्छा रहता है . सरनेम जुड़ने के बाद नाम और लम्बा हो जाता है .

हिन्दू संस्कृति में बच्चे का नामकरण संस्कार जन्म से दसवें दिन या सूतक हटने पर किसी अच्छे दिन व मूहूर्त में किया जाता है .