अधिक सर्दी होने पर तेज अदरक की चाय पिए।
गर्म पानी में बॉबिकस डालकर कानो को भाप से सेके।
सरसो के तेल में लहसुन की कुछ कलियों को डालकर तेल को पका ले ठंडा करके तेल को कान में डाले और कान को रूई से बंद कर ले।
टी टी आयल की कुछ बूंदे पानी में डालकर कर पानी को उबाल ले और उबाले हुए पानी की भाप को कान में जाने दे।
भाप निकले हुए पानी में कुछ बूंदे नीलगिरि के तेल की बूंदे डालकर निकलती हुई भाप से को कान में जाने दे।
जैतून के तेल को भी गर्म पानी में डालकर भाप को कान में जाने दे ताकि कान की अंदर तक अच्छे से सिकाई हो सके
सरसो को गर्म करके फिर ठंडा करे और कान में डाले तेल की गर्माहट से आपके कान ठीक हो जायेगे।