धान में कीड़े मकोड़ो का प्रकोप होने पर फिटकरी का उपयोग कर सकते है।
धान में फ़िटकती का छिड़काव करने से धान की गग्रोथ अच्छी रहती है।
धान की उपज करने में यदि फिटकरी उपयोग किया गया है तो आपकी खेत की मिट्टी का पीएच मान सही बना रहता है।
लौह तत्व की कमी से लगने वाला सफेद रोग फिटकरी के उपयोग से ठीक किया जा सकता है।
धान की अच्छी उपज की गई दवाई का पूरा असर आपको फसल में देखने को मिलेगा यदि आप फिटकरी का उपयोग कर रहे है।
झुलसा रोग के शुरुवात में ही यदि फिटकरी को घोल कर छिड़कने से पौधे की लम्बाई पर कोई असर नहीं पढ़ता है।
फिटकरी छिड़काव से तने में होने वाले छेद से बच जाते है जिससे धान का पौधा अच्छे से बढ़ता है।
धान में फिटकरी का उपयोग करने से धान के कल्ले भी अच्छे से फुटकते है।
धान में फिटकरी का उपयोग करके आप अपनी धान को कई रोगो से बचा सकते है और अच्छी उपज से अच्छे अच्छे कीमत भी पा सकते है।