परिवार में आकस्मिक निधन या दुर्घटना
बीमारी होना और वही बीमारी लम्बे समय तक चलना।
परिवार में विकलांग बच्चे का जन्म होना।
बच्चो द्वारा असमान्य का व्यवहार
गर्भ धारण न कर पाना
बच्चो के विवाह में रुकावट आना या विवाह न होना
बुरी आदतों की लत लगना।
झगड़ा होना
पितृ हमारे और देवता के बीच की कड़ी हैं। अगर वे प्रसन्न होते हैं तो जातक सुखी जीवन जीता है।