ऊनी वस्त्र यदि आपने सर्दियों के आने पर महीनो बाद निकाले है तो उनमे गंध आती है। इन्हें धूप में कुछ घंटे फैलाकर रखने से गंध निकल जाती है। इसके बाद इन्हें धो कर काम लेना चाहिए।
रम कपड़ो पर मिटटी अधिक जमती है इसलिए कपड़ो को झटकार कर तथा ब्रश की सहायता से मिट्टी व गन्दगी आदि जितनी हो सके धोने से पहले ही साफ कर लेनी चाहिए।
ऊनी कपड़ो को सूती कपड़ो की तरह देर तक साबुन के पानी में भिगोने के लिए नहीं रखना चाहिए । इससे गरम कपडे कमजोर होकर जल्दी ख़राब हो जाते है ।
ऊनी कपड़ों को वाशिंग मशीन मे धोने के लिए कपड़े की थैली में डालकर धोना चाहिए अन्यथा रोएं निकल आते है।
गर्म पानी से नहीं धोने चाहिए।
ड्रायर में नही सुखाएँ।
ऊनी कपड़ो को धूप में नहीं सुखाना चाहिये। इससे इनका रंग भी फीका पड़ जाता है और खराब हो जाते है।
ऊनी कपड़े हैंगर पर या किसी और जगह लटकाकर नही सुखाने चाहिए। पानी के कारण वजन बढ़ने से कपड़े खिंच कर लटक जाते है। इससे इन कपड़ो का शेप खराब हो जाता है।
इन कपड़ो को सुखाने के लिए हल्के हाथ से पानी निकाल कर तौलिये या सूती कपड़े से पानी सुखा कर किसी जाली वाली कुर्सी या खाट पलंग या किसी समतल साफ जगह पर फैलाकर सुखाना चाहिए।
गरम कपड़े हल्के पानी ( soft water ) से धोने चाहिए यदि पानी कठोर या खारा ( hard ) हो तो सफ़ेद कपडे धोते समय अमोनिया की कुछ बूँदे डालकर पानी को सॉफ्ट बनाना चाहिए और यदि कपडे रंगीन हो तो थोड़ा सा सुहागा डालकर कपड़े धोने चाहिए।
ऊनी वस्त्र धोने के लिए डिटरजेंट बहुत ही माइल्ड होने चाहिए इनके लिये बाजार में खास तरह के डिटरजेंट उपलब्ध है।
रीठे को रात को पानी में भिगो दे व सुबह पानी में उबाल ले ठंडा होने पर हाथ से मसलकर छान ले अब इस पानी से वुलेन कपड़े धो सकते है। ध्यान रहे सफ़ेद कपड़े रीठे के पानी से नहीं धोये क्योंकि रीठे के पानी से कपडे हल्के पीले पड़ सकते है।
गरम कपड़ो को साधारण कपड़ो की तरह रोज नहीं धोने चाहिए।